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मटर उत्पादन में वृद्धि का अनुमान

हैदराबाद ः ः उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश के उत्पादक लाइनों में वर्तमान रबी सीजन के लिये मटर फसल की स्थिति बहुत अच्छी है तथा आगामी दो सप्ताह बाद नये मटर की आवक प्रारंभ होने का अनुमान है, इसके साथ चना का बंपर उत्पादन होने के अनुमान से मिलर्स आवश्यकतानुसार खरीदी कर रहे हैं, जिससे मूल्य स्थिर हो गया है।मुंबई में कनाडा की आयातित मटर 3500 रुपये तथा मुंद्रा एवं हाजिरा पर 3330-3400 रुपये, कोलकाता में 3500, मुंबई में रूस का आयातित मटर 3400, हजीरा, मुंद्रा में 3250-3330, कोलकाता में 3375-3400 रुपये के मूल्य पर व्यापार हुआ।उत्तर प्रदेश के महोबा में 1300-1400 बोरी की आवक पर सफेद 3200-3250 रुपये, हरा 10000-13000 रुपये, राट में 500 बोरी की आवक पर सफेद 3100-3300 रुपये, ललितपुर में 100-120, झांसी, ओरई लाइन में 400-500 बोरी की आवक पर सफेद 3100-3300, हरा माल 8,000-12,000 रुपये तथा कानपुर में उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश की मटर 3675 रुपये तथा मध्य प्रदेश में 2400-3125 रुपये तथा हरा माल 6500 रुपये के मूल्य पर व्यापार हुआ।

Updated On: January 12, 2025, 12:56 pm
मूंगफली सप्लाई में वृद्धि - मूल्य मजबूत

हैदराबाद : देश में 20 दिसंबर तक तिलहनों की बुवाई पिछले वर्ष के 1 करोड़ 89 हजार हेक्टर के मुकाबले घटकर 95 लाख 22 हजार हेक्टर पर हुई, जिसमें सरसों की बुवाई पिछले वर्ष के 93 लाख 73 हजार हेक्टर के मुकाबले 88 लाख 50 हजार हेक्टर तथा मूंगफली की बुवाई 3 लाख 12 हजार हेक्टर के मुकाबले घटकर 2 लाख 89 हजार हेक्टर पर हुई है, लेकिन अनुकूल मौसम से फसल उतारा में वृद्धि होने का अनुमान किया जा रहा है। वर्तमान वर्ष 2024-25 में रबी सीजन के लिये 21 दिसंबर तक कर्नाटक में मूंगफली की बुवाई 1 लाख 08 हजार हेक्टर के मुकाबले 1 लाख 45 हजार हेक्टर पर हुई है। देश के मूंगफली उत्पादक लाईनों में माल की आवक अधिक हो रही है, लेकिन बढ़िया किस्मों की कमी से मूल्यों में 200 से 250 रुपये की वृद्धि हुई।

Updated On: January 8, 2025, 7:49 am
म.प्र., महाराष्ट्र में मक्का की भारी आवक

हैदराबाद : देश में वर्तमान रबी सीजन के लिये 20 दिसंबर तक पौष्टिक अनाज (मोटे अनाज) की बुवाई पिछले वर्ष के इसी समान अवधि के 46 लाख हेक्टर के मुकाबले 44 लाख 80 हजार हेक्टर पर हुई, जिसमें जौ की बुवाई 8 लाख 1 हजार हेक्टर के मुकाबले घटकर 6 लाख 62 हजार हेक्टर तथा मक्का की बुवाई पिछले वर्ष के 16 लाख 73 हजार हेक्टर के मुकाबले घटकर 16 लाख 5 हजार हेक्टर पर हुई है। वर्तमान वर्ष 2024-25 में रबी सीजन के लिये 21 दिसंबर तक कर्नाटक में मक्का की बुवाई पिछले वर्ष के 94 हजार हेक्टर के मुकाबले बढ़कर 1 लाख 30 हजार हेक्टर पर हुई है। देश के सभी उत्पादक राज्यों में माल की आवक के मुकाबले इथनाल, पौल्ट्री उद्योग की मांग से मूल्य स्थिर हो गये है।

Updated On: January 8, 2025, 7:48 am
सामान्य मांग से लालमिर्च के मूल्य स्थिर

हैदराबाद : इस समय देश में मध्यप्रदेश, गुजरात, महाराष्ट्र, कर्नाटक और आंध्र, तेलंगाना से नये लालमिर्च की सप्लाई में वृद्धि के बावजूद मूल्यों में अधिक कमी नहीं आ रही है, लेकिन पिसाई कारखानेदारों सहित किराणा व्यापारी अपनी आवश्यक्ता के अनुसार ही माल की खरीदी कर रहे है। व्यापारिक सूत्रों के अनुसार देश में पिसाई कारखानेदारों की बढ़िया लालमिर्च के लिये अच्छी मांग है, जिससे मूल्य मजबूत हो गये, क्योंकि वर्षा होने से और मौसम अधिक ठंड रहने से अनुमान के मुकाबले नये माल की आवक नहीं हो रही है, लेकिन कर्नूल, एम्मिगनूर, प्रकाशम और तेलंगाना के महबूबनगर, गद्वाल लाईनों में फसल कटाई का कार्य तेजी से हो रहा है, लेकिन वर्षा के कारण किसानों के माल की आवक कम रहने से अनुमान है कि आगामी सप्ताह से नये माल की आवक बढ़ सकती है। इस समय गुंटूर मंडी यार्ड में डीलक्स किस्मों की अच्छी मांग है, लेकिन शीतगृहों से मीडियम, मीडियम बेस्ट किस्मों की आवक अधिक हो रही है, जिससे क्वालिटी के अनुसार व्यापार होने के कारण मूल्य स्थिर हो गये तथा अनुमान है कि गुंटूर शीतगृहों में लगभग 25 से 26 लाख बोरी लालमिर्च का स्टॉक है, जिसकी सप्लाई भी फरवरी में बड़ सकती है। पिछले सप्ताह गुंटूर मंडी यार्ड में शीतगृहों से केवल चार दिन के बाजार में गुंटूर से 1 लाख 50 हजार बोरी और आस-पास लाईन के मंडियों से 60 हजार बोरी मिलाकर 2 लाख 10 हजार बोरी की आवक में 1 लाख 85 हजार बोरी की बिक्री हुई। गुन्टूर के शीतगृहों में स्टाक रखी हुई तेजा 12,500-16,000,अधिकतर माल 14,000-15500 रुपये, 355 ब्याडगी 9000-11,500,सिंजेंटा ब्याडगी 5531 किस्म 9000-13,000, डीडी 10,000-13,000 रुपये, 341 किस्म 10,000-15,000 रुपये, नं-5 किस्म 10,000-14,000 रुपये, कुबेरा, 273 किस्म 9000-11,000 रुपये, बढ़िया 334, सुपर-10 किस्म 13,500-14,500, मीडियम, मीडियम बेस्ट 11,500-13,000, आरमुर 10,000-12,000, स्पार्क-शार्क किस्म 12,000-14,500 रुपये, रोमी किस्म 12,500-15,000 रुपये, 2043 ब्याडगी 10,000-12,000,क्लासिक 8000-11,000, बुलेट, बंगारम् 9000-13,500, बीएफ किस्म 6500-8500, तेजा फटकी 7500-8500, साधारण फटकी 3500-6000 रुपये प्रति क्विंटल के मूल्य पर क्वालिटी अनुसार व्यापार हुआ। गुंटूर में पिछले सप्ताह कर्नूल, एम्मिगनूर, प्रकाशम और तेलंगाना के महबूबनगर, गद्वाल लाईनों से 56 हजार बोरी नये लालमिर्च की आवक हुई, जिसमें 52 हजार बोरी की बिक्री हुई और तेजा, 341, डीडी जैसे डीलक्स किस्मों की अच्छी मांग रही, लेकिन बाकी अन्य किस्मों के मूल्य स्थिर रहे। गुंटूर में नई तेजा 13,000-16,000, डिलक्स 16,200-16,300, डीडी 12,000-14,500 रुपये, सिंजेंटा ब्याडगी 5531 किस्म का 10,000-13,000 रुपये, 341 किस्म 13,000-15,000 रुपये, नं-5 किस्म 10,000-13,000 आरमुर, 355 ब्याडगी 10,000-12,000 रुपये, 334, सुपर-10 किस्म 11,000-13,000, स्पार्क-शार्क किस्म 10,000-13,000 रुपये, कुबेरा, 273 किस्म 10,000-12,000, सीड़ मिडियम किस्म 8000-11,000 रुपये, 2073 ब्याडगी किस्म 10000-12000, तेजा फटकी 8000-10,000, डीलक्स 10,500 रुपये, साधारण फटकी 4500-7000, डीलक्स 7500 रुपये के मूल्य पर व्यापार हुआ। खम्मम के शीतगृहों में अब-तक लगभग 4 लाख 39 हजार 700 बोरी लालमिर्च का स्टॉक है, जिसमें पिछले एक सप्ताह के दौरान 3 से 4 हजार बोरी नये लालमिर्च की आवक पर बढ़िया तेजा 16,011 रुपये, फटकी 7000-8000 रुपये तथा 30-35 हजार बोरी शीतगृहों के माल की बिक्री पर बढिया तेजा 16,000, मीडियम 15,000-15,500, फटकी 7000-7500 रुपये के मूल्य पर व्यापार हुआ। वरंगल में पिछले सप्ताह 2 हजार बोरी नये लालमिर्च की आवक पर तेजा 14,000-16000 रुपये 341 किस्म 12000-14000 रुपये और 25 से 30 हजार बोरी शीतगृहों के माल की बिक्री पर बढिया तेजा 13000-15,500, वंडरहॉट 11,000-13,300 रुपये, 341 किस्म 11,500-14,500 रुपये, 5531 किस्म 10,000-12,000 रुपये, अग्नी किस्म 11,000-12,200 रुपये के मूल्य पर क्वालिटी के अनुसार व्यापार हुआ। हैदराबाद में पिछले एक सप्ताह के दौरान महबूबनगर, गदवाल लाईनों से 7 से 8 हजार बोरी नये लालमिर्च की आवक पर नमी वाली सीड़ क्वालिटी 8000-12,000, तेजा 12,000-16,000, आरमुर किस्म 10,000-12,300 रुपये, 341 किस्म 9000-14,000, ब्याडगी,2043,डीडी किस्म 11000-14,000 रुपये, 273 सिंजेटा 10,000-12,000, तेजा फटकी 6000-8000 रुपये, फटकी 3000-5500 रुपये तथा 2 हजार बोरी शीतगृहों के माल की बिक्री पर बढिया तेजा 14,000-15,000, आरमुर 10,500-12,000, सिंजेटा 10,000-12,000, सुपर-10 किस्म 10,000-14,000 रुपये, 341 एवं डीडी किस्म 10,000-13,000 रुपये, 273 किस्म 10,000-12,000 रुपये, बढिया 2043 किस्म 10,000-12,500, सीड़ फटकी 4000-5000, रूपये के मूल्य पर व्यापार हुआ। कर्नाटक के ब्याडगी में सोमवार व गुरुवार मिलाकर 95 से 1 लाख बोरी नये लालमिर्च की आवक पर ढब्बी 32,000-35,000 रुपये, बढ़िया 5531 किस्म 9500-13,000, केडीएल डीलक्स 28,000-31,000, बेस्ट केडीएल 20,000-24,000 रुपये, मीडियम 9000-11500 रुपये, 2043 किस्म 10,000-13,000 रुपये,डीडी किस्म 12,500-14,000 रुपये 5531 फटकी 5500-7500 रुपये, 2043 एवं केडीएल फटकी 2500-4000 रुपये तथा 30 से 35 हजार बोरी शीतगृहों के माल की आवक में 18 से 20 हजार बोरी की बिक्री हुई, जिसमें ढ़ब्बी 18,000-21,000, मीडियम 16,000-17,000, केडीएल 14,000-16,000 रुपये, 2043 किस्म 10,000-13,000 रुपये, 5531 किस्म 9000-11500, सीड़ फटकी 5000-7000 रुपये के मूल्य पर व्यापार हुआ। गुजरात के राजकोट में प्रतिदिन 3 से 4 हजार बोरी नये लालमिर्च की आवक पर सानिया किस्म 12,000-14,000, रव्वा किस्म 12,500-15,000, मीडियम 9000-11,000, फटकी 3500-6000 रुपये एवम् महाराष्ट्र के नागपुर में सोमवार के दिन 20 से 25 मोटर नये माल की आवक पर तेजा 13,000-15,000, मीडियम 8000-8500, नंदूरबार में प्रतिदिन 4-5 हजार क्विंटल की आवक पर नमी वाली तेजा 3800-4000, मीडियम 3000-3500 रुपये के मूल्य पर व्यापार हुआ। मध्यप्रदेश के बेड़िया में पिछले एक सप्ताह के दौरान 40 से 45 हजार बोरी की आवक पर माही फूलकट 14,500-16,800, मीडियम 8500-11,000, डंडीदार 10,500-13,000, फूलकट फटकी 6500-7500, डंडीदार फटकी 6000-7000 रुपये तथा इंदौर, कुकक्षी, धामनोद लाईन की मंडियों में मिलाकर 10-12 हजार बोरी की आवक पर माही 16,000-16,500, बढिया 18000 डंडीकट 17000-17500, फटकी 5500-6000, मोटी फटकी 4000-4500 रुपये के मूल्य पर व्यापार हुआ। छत्तीसगढ़ के जगदलपूर में पिछले सप्ताह 3 से 4 हजार बोरी शीतगृहों के माल की बिक्री पर तेजा 14,000-16,000 रुपये, 4884 किस्म 9000-12,000, तेजा फटकी 7000 रुपये के मूल्य पर व्यापार हुआ।

Updated On: January 8, 2025, 7:48 am
जीरा में अधिक मंदी नहीं?

उंझा : व्यापारिक सूत्रों के अनुसार दिसंबर वायदा समाप्ती के कारण जीरा के हाजिर और वायदा मूल्यों में गिरावट हुई है, लेकिन अब-तक गुजरात और राजस्थान में बुवाई पिछले वर्ष के मुकाबले कम हुई है और बुवाई का कार्य जारी है, लेकिन अनुमान है कि वर्ष 2025 जीरा व्यापार के लिये लाभदायक बन सकता है। पिछले सप्ताह कमजोर ग्राहकी से जीरा के मूल्यों में 300 से 400 रुपये प्रति क्विंटल की गिरावट हुई। एनसीडीईएक्स पर जनवरी वायदा पिछले सोमवार के दिन 24,210 रुपये खुलने के बाद शुक्रवार तक 110 रुपये घटकर 24,100 मार्च वायदा 490 रुपये घटकर 23,340 रुपये पर बंद हुआ। पिछले सप्ताह ऊंझा मंडी में 45 से 50 हजार बोरी की आवक पर एवरेज 20,000-20,550, मीडियम 21,500-22,500, बढ़िया 23,000-23,500 रुपये क्लीन क्वालिटी 24500 रुपये के मूल्य पर व्यापार हुआ। पिछले सप्ताह राजकोट में 8 से 10 हजार बोरी की आवक पर एवरेज 20,500-21,500, मीडियम 21,600-22,000, बढ़िया 22,000-22,500, युरोपीयन 22,550-22,750, किराणा किस्म 22,800-23,000 रुपये तथा गोंडल, हलवड़, जुनागढ, बनासकांटा एवं आस-पास लाईन की मंडियों में मिलाकर 15 से 16 हजार बोरी की आवक पर एवरेज 21,000-21,500, मीडियम 22,000-22,500, बढ़िया माल 23,000-23,200 रुपये के मूल्य पर व्यापार हुआ। राजस्थान के मेडता, नागोर, पाली, जोधपुर और आस-पास के लाईन में मिलाकर साप्ताहिक 8 से 12 हजार बोरी की आवक पर एवरेज 21,000-21,300, मीडियम 23,000-23,500, बढिया 24,500-25,000 रुपये के मूल्य पर व्यापार हुआ।

Updated On: January 8, 2025, 7:48 am
हल्दी वायदा में मजबूती

हैदराबाद : देश के उत्पादक केन्द्रों से मसाला कारखानेदारों की मांग निकलने से और बकाया स्टॉक के बावजूद सप्लाई में कमी से मूल्यों में 200 से 250 रुपये की वृद्धि हुई तथा तेलंगाना में हल्दी खुदाई का काम जनवरी प्रथम सप्ताह से प्रारंभ होने का अनुमान है। एनसीडीईएक्स पर सोमवार के दिन हल्दी का अप्रैल वायदा 14,038 रुपये खुलने के बाद शुक्रवार तक 106 रुपये बढ़कर 14,144 रुपये और मई वायदा 372 रुपये बढकर 14,272 रुपये पर बंद हुआ। निजामाबाद में पिछले सोमवार व मंगलवार मिलाकर 1800 से 2000 बोरी की आवक पर काड़ी 13,000-13,800, गट्ठा 12,000-12,400 रुपये लोकल लूज एवं मोटर बिल्टी पालिश काड़ी 14,500-14,600, गट्ठा 13,700-13,800 रुपये और वरंगल में 150 से 200 बोरी की आवक पर काड़ी 11,500-12,000 रुपये, गट्ठा 10,500-11,000 रुपये के मूल्य पर व्यापार हुआ। आंध्र के दुग्गिराला में 400 से 500 बोरी की आवक पर काड़ी व गट्ठा 10,800-11,000 रुपये प्रति क्विंटल के मूल्य पर व्यापार हुआ। महाराष्ट्र के हिंगोली मेें एक सप्ताह के दौरान 7 से 8 हजार बोरी की आवक पर काड़ी 12,000-13,500, गट्ठा 11,500-12,500, डंकी काड़ी व गट्ठा 11,000-12,000 रुपये और बसमतनगर में 4 से 5 हजार बोरी की बिक्री पर बढ़िया काड़ी 14,200-15,500, मीडियम काड़ी 13,000-13,500, गट्ठा 13,000-13,200, मीडियम माल 12,500-12,800 रुपये, नांदेड़ में 3 हजार बोरी की बिक्री पर काड़ी 12,000-14,000, गट्ठा 10,500-13,300 रुपये एवं सांगली में 6 से 7 हजार बोरी की बिक्री पर राजापुरी 14,500-15,500, गट्ठा 13,800-14,000, मीडियम काड़ी व गट्ठा 12,500-13,200 रुपये के मूल्य पर व्यापार हुआ। ओड़ीशा के बेहरामपूर में 500 से 600 बोरी की बिक्री पर काड़ी 12,000 पालिश काड़ी 12,500 रुपये के मूल्य पर व्यापार हुआ तमिलनाडु के ईरोड़ में पिछले सप्ताह 16 से 17 हजार बोरी की आवक पर काड़ी 6888-14,215, गट्ठा 6355-13,380 रुपये तथा पेरूंदुराई में 1000 से 1200 बोरी की आवक पर काड़ी 10,869-14,510, गट्ठा 9665-13,358, गोपीचेट्टीपालयम में काड़ी 10,022-14,499, गट्ठा 11,122-13,299 रुपये के मूल्य पर व्यापार हुआ।

Updated On: January 8, 2025, 7:47 am
गन्ना रिकवरी में कमी से गुड़ उत्पादन प्रभावित

हैदराबाद : व्यापारिक सूत्रों के अनुसार केंद्र सरकार ने जनवरी 2025 के लिये चीनी का कोटा 22 लाख 50 हजार टन निर्धारित किया है, जो पिछले वर्ष जनवरी के और दिसंबर 2024 के मुकाबले कम है, जिससे मूल्यों में मजबूती के कारण जनवरी अंत तक गुड़ में अधिक मंदी नहीं आयेगी। उत्तरप्रदेश के मूजफ्फरनगर में साप्ताहिक 10 से 12 हजार मण गुड़ की आवक पर प्रति 40 किलो पर चाकू 1450-1700, लड्डु 1500-1650, खुरपा 1460-1480, रसकट 1200-1250 रुपये तथा पापड़ी प्रति क्विंटल 3400-3500 रुपये एवम् हापुड़ में 55 से 60 मोटर नये गुड़ की आवक पर प्रति 40 किलो बाल्टी 1360-1480, खटोली लाईन में 1300-1350 रुपये लोकल लूज तथा अमरोहा में 5 से 6 मोटर की आवक पर बाल्टी गुड़ 3600-3650, लड्डू 3800-3850 रुपये और मुरादनगर में 3700 रुपये प्रति क्विंटल के मूल्य पर व्यापार हुआ। पिछले सप्ताह देश के सभी राज्यों में गुड़ की मांग निकलने से मूल्यों में 200 से 300 रुपये प्रति क्विंटल की वृद्धि हुई। मुजफ्फरनगर के शीतगृहों में स्टॉक करने का कार्य पिछले सप्ताह पूर्व प्रारंभ हो गया है और उत्पादन में कमी, बाहरी राज्यों की अच्छी मांग के कारण 23 दिसंबर तक शीतगृहों में कुल स्टॉक पिछले वर्ष के इसी समान अवधि के 2 लाख 42 हजार 580 कट्टे के मुकाबले 1 लाख 76 हजार 016 कट्टे घटकर केवल 66 हजार 564 कट्टे का हुआ है। मुजफ्फरनगर शीतगृहों में 23 दिसंबर तक चाकू गुड़ का स्टॉक केवल 19 हजार 304 कट्टे, राबटीन 42 हजार 714, पपड़ी 330, रसकट 826, चौरस 33 हजार 090 कट्टे का स्टॉक हुआ है। व्यापारिक सूत्रों के अनुसार इस वर्ष गन्ने से रिकवरी में कमी और चीनी मिलों को अधिक सप्लाई होने से गुड़ उत्पादन पर प्रभाव पड़ रहा है एवम् अनुमान है कि गुड़ स्टॉक की स्थिति इसी प्रकार रहती है, तो भविष्य में अच्छी तेजी आ सकती है, क्योंकि इस वर्ष नया सीजन प्रारंभ से पूर्व देश के सभी गुड़ व्यापारियों के पास पुराने माल का बकाया स्टॉक पूरा समाप्त हो गया था, जिससे मूल्यों में मजबूती का रुख रहा। जानकार सूत्रों के अनुसार देश में मकर संक्रांती त्यौहार के लिये अच्छी मांग है, लेकिन देश के अन्य सभी गुड़ उत्पादक राज्यों में कई पर भारी वर्षा और कई पर अधिक ठंड के कारण उत्पादन सामान्य स्थिति में हो रहा है। पिछले सप्ताह महाराष्ट्र के लातूर में 18 से 20 हजार भेली नये गुड़ की आवक पर बढ़िया पीला 4100-4200, लाल माल 3600-3700 रुपये, लाल-काला मिक्स 3100-3200 रुपये तथा सोलापुर में 10 से 12 हजार भेली की आवक पर पीला 4000-4100, लाल 3500-3600, मिक्स माल 3000-3200 रुपये और सांगली में 7 से 8 हजार बोरी शीतगृहों के माल की बिक्री पर पीला 3700-3850, गुजरात किस्म 3700-3800, मुंबई किस्म 3850-3950, सफेद 3950-4050 रुपये तथा कोल्हापुर मेें 10 हजार भेली की आवक पर 3300-4000 रुपये एवम् पुणे में 5 से 6 हजार क्विंटल की आवक पर बढ़िया 4100-4250 रुपये, मीडियम बेस्ट 3700-3850, मीडियम 3400-3550, एवरेज 3250, ग्लास किस्म 4400 रुपये प्रति क्विंटल के मूल्य पर व्यापार हुआ। मध्यप्रदेश के बेतुल, नर्सिंगपूर, छिंदवाड़ा और आस-पास की लाईनों में मिलाकर लगभग 15 से 18 हजार क्विंटल गुड़ की आवक पर 3025-3270 रुपये तथा मध्यप्रदेश, उत्तरप्रदेश के छोटे गाँवों से दिल्ली मार्केट में बिक्री के लिये प्रतिदिन 9 से 10 हजार क्विंटल की सप्लाई पर लड्डू किस्म 4100-4200, चाकू 3800-3900, ढैय्या गुड 4300-4400 रुपये और मध्यप्रदेश का माल 3200-3400 रुपये प्रति क्विंटल क्वालिटी के अनुसार व्यापार हुआ। आंध्र के अनकापल्ली में पिछले एक सप्ताह के दौरान 6 से 7 हजार भेली नये गुड़ की आवक पर गुलाबी किस्म 4200, मीडियम 4000, काला माल 3400-3500 रुपये एवं चित्तूर में साप्ताहिक 18 से 20 मोटर की बिक्री पर सुपर फाईन 4800-4900, पीला 4500-4600, काला 4100-4200 रुपये के मूल्य पर व्यापार हुआ। कर्नाटक के मांडयाँ में साप्ताहिक 60 से 65 मोटर की आवक पर लाल किस्म 3550, सिंगल फिल्टर 3600, डबल फिल्टर 3750 एवं चौरस 3950-4000 रुपये तथा शिवमोगा में 25 से 30 मोटर शीतगृहों के माल की बिक्री पर देशी गुड़ 3750-3800 रुपये एवं महालिंगपूर में 10 से 12 मोटर की बिक्री पर बढ़िया बॉक्स किस्म 4000, मीडियम 3800-3850 रुपये तथा 200 ग्र्राम टुकड़ा 4200 रुपये के मूल्य पर व्यापार हुआ। मध्य प्रदेश के नसिर्ंंगपुर, करेली में मिलाकर एक सप्ताह में 150 मोटर की आवक पर बढ़िया माल 3400-3500, मीडियम 3000-3100, डबरा और आस-पास लाईन की मंडियों में मिलाकर प्रतिदिन लगभग 8 से 10 हजार क्विंटल की आवक पर 3200-3500 क्विंटल के मूल्य पर व्यापार हुआ। हैदराबाद में मांड्या लाईन का गुड़ (प्रति 10 किला) 4200-4300, चौरस 4500-4600, सागंली का (10 किलो) 4600-4700, एक किलो 4300-4400 रुपये, 500 ग्राम टुकड़ा 4400-4500, महाराष्ट्र लड्डू 4000-4100, मंगलूर लड्डु 4500-4600 रुपये के मूल्य पर व्यापार हुआ।

Updated On: January 8, 2025, 7:47 am