अजवायन कमजोर हैदराबाद : जानकार सूत्रों के अनुसार अजवायन के बढ़ते मूल्य और ग्रीष्मकालीन सीजन में कमजोर खपत के कारण किराणा व्यापारियो की आवश्यकता के अनुसार ख़रीदी से मीडियम किस्मों में 300 से 400 रुपये की गिरावट हुई, जबकि बढ़िया किस्म के मूल्य स्थिर रहे। आंध्र के कर्नूल में पिछले सप्ताह 7 से 8 हजार बोरी अजवायन की आवक पर लाल किस्म 12,800-13,500, सफेद 14,000-16,000, मीड़ियम हरा माल 18,000-22,000, बढ़िया हरा 24,000-26,000 रुपये के मूल्य पर व्यापार हुआ। गुजरात के जामनगर में पिछले एक सप्ताह के दौरान 6 से 7 हजार बोरी की बिक्री पर एवरेज 9000-10,500, मीडियम 11,500-13,000, भूरा माल 12,000-13,200, मीडियम हरा 15,000-17,500, बढ़िया माल 18,000-30,000 रुपये के मूल्य पर व्यापार हुआ। मध्य प्रदेश के नीमच में पिछले सप्ताह 700 से 800 बोरी नये माल की आवक पर बढ़िया माल 12,000-13,500 रुपये तथा 300 से 400 बोरी पुराने माल की बिक्री पर एवरेज 11,500-14,000, मीडियम 15,000-16,000, बढ़िया माल 17,000-18,000 रुपये और पोहरी में 200 से 250 बोरी की आवक पर 9000-10,500 रुपये एवं महाराष्ट्र के नंदूरबार में 700 से 800 बोरी नये माल की आवक पर एवरेज 8500-9500 रुपये, मीडियम बेस्ट 12,000-13,500 रुपये क्वालिटी के अनुसार व्यापार हुआ।
Updated On: March 10, 2025, 4:40 amनये मेथी की आवक से मंदी का रुख जावरा : पिछले सप्ताह गुजरात, राजस्थान , मध्य प्रदेश के उत्पादक केंद्रों पर एक सप्ताह में लगभग 25 हजार बोरी नये मेथी आवक से स्टाकिस्टो की बिक्री के कारण मंडियो में लगभग 8-9 हजार बोरी पुराने माल की आवक के साथ स्टॉकिस्टो के गोदाम और सारटेक्स कारखानो से लगभग 20 मोटर माल बाहरी राज्यो के लिए लदान होने से एवं नये माल में नमी रहने से मंदी का रुख रहा। व्यापारिक अनुमानो के अनुसार राजस्थान के नोखा, बिकानेर, जोधपुर लाईन में अप्रैल प्रथम सप्ताह से आवक अधिक रहेगी तथा पिछले सिजन में स्टॉकिस्टो को अधिक लाभ नही मिलने से इस समय नये माल के स्टॉकिस्ट सामने नही आ रहे है। नीमच में पिछले सप्ताह 3 से 4 बोरी हजार नये माल की आवक पर नमी वाला 4700-5000, मीडियम बेस्ट 5500-5800 रुपये तथा 3 हजार बोरी पुराने माल की आवक पर एवरेज 4000-4200, मीडियम 5000-5500, बेस्ट 6000-6200, जावरा में 7 से 8 हजार बोरी नये माल की आवक पर नमी वाला 4700-4800 रुपये, मीडियम 5200-5500, मीडियम बेस्ट 6000-6500, बढ़िया माल 7000-7500, फाफड़ा 8500-9400 रुपये एवम् 3 से 4 हजार बोरी पुराने माल की आवक पर एवरेज 4600-4700, मीडियम 5000-5500, बढ़िया माल 5600-6000 रुपये तथा मंदसोर में 1000 से 1200 बोरी की आवक पर एवरेज 4500-4700, मीडियम 5000-5100, बेस्ट 5500-6200 रुपये के मूल्य पर क्वालिटी के अनुसार व्यापार हुआ। गुजरात के राजकोट में एक सप्ताह के दौरान 4 से 5 हजार बोरी नये माल की आवक पर एवरेज 5000-5750, मीडियम बेस्ट 4800-6100, बढ़िया माल 6200-6600 रुपये तथा राजस्थान के रामगंजमंडी, कोटा, नोखा लाईन में 800 से 1000 बोरी नये माल की आवक पर नमी वाला 4200-4400, सूखा माल 4800-5000 रुपये के मूल्य पर व्यापार हुआ।
Updated On: March 10, 2025, 4:38 amमध्य प्रदेश - गुजरात ग्रीष्मकालीन मूंग की बुवाई मुंबई : व्यापारिक सूत्रो के अनुसार मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश और गुजरात में आगामी मई माह से प्रारंभ होने वाले सीजन के लिए ग्रीष्मकालीन मूंग की बुवाई प्रारंभ हो गई है तथा देश में राजस्थान के अतिरीक्त राज्यो में खरीफ सीजन मूंग की आवक समाप्त हो गई है, लेकिन अन्य दलहनो ंके मूल्यों कमी से मूंग के मूल्यो में तेजी नही आ रही है। पंजाब, हरियाणा, महाराष्ट्र मे ंग्रीष्मकालीन मूंग की बुवाई हुई है और अनुमान हैकि नये माल की आवक अप्रैल से प्रारंभ हो सकती है, लेकिन बुवाई कमी के संकेत मिल रहे है। गुजरात में 5 मार्च 2025 तक मूंग की बुवाई पिछले वर्ष के 9 हजार 352 हेक्टर के मुकाबले घटकर 6 हजार 581हेक्टर पर हुई है, जबकि तेलंगाना में रबी सीजन के लिये बुवाई पिछले वर्ष के 16 हजार 384 एकड़ के मुकाबले घटकर 10 हजार 657 एकड़ पर हुई है। आंध्र में रबी सीजन मूंग की आवक बढने से आंध्र लाईन बारीक चमकी मूंग चेन्नई डिलेवरी 7650-7750 रुपये के मूल्य पर व्यापार हुआ। राजस्थान के नागोर, किशनगढ मेड़ता आसापस की मंडियों में मिलाकर 8-10 हजार बोरी की आवक पर 6000-8350 रुपये जयपुर में मूंग 7100-8100 रुपये, मूंग दाल 8900-9800 रुपये, मोठ 5150 रुपये, मोठ मोगर 7100 रुपये के मूल्य पर व्यापार हुआ। गुजरातके राजकोट में 500 बोरी की आवक पर 7000-7500 रुपये तथा 800-1000 बोरी मोठ की आवक पर 4000-5100 रुपये , अकोला मे मिल क्वालिटी 6250-7600 रुपये, चमकी 7600-8550 रुपये, अहमदनगर में 4000-5100 रुपये तथा मध्य प्रदेश के जबलपुर में 5000-8100 रुपये तथा इंदौर में 7500-8100 रुपये के मूल्य पर व्यापार हुआ।
Updated On: March 10, 2025, 4:37 amचने की आवक में वृद्धि-स्टॉकिस्टोें की खरीदी हैदराबाद : केद्र सरकार का पीली मटर के कर मुक्त आयात की समय अवधि बढाकर 31 मई, 2025तक करने की रिपोर्ट से आगामी दिनों मे मटर की आयात बढने एवं देश के उत्पादक केंद्रों पर नये मटर की आवक प्रारंभ होने से पिछले सप्ताह व्यापारियों की कमजोर खरीदी से चने के मूल्यों पर दबाव पड़ रहा है, लेकिन व्यापारियो का अनुमान है, कि राजस्थान में आवक बढ़ने के बाद सरकारी चना खरीदी समाप्त होते ही मटर पर आयात शुल्क लगाया जा सकता है, जिससे चना स्टॉकिस्ट सक्रिय हो रहे है। महाराष्ट्र के लातुर, हिंगनघाट, अमरावती, यवतमाल, वर्धा, परभणी, अकोला वाशिम बुलढ़ाणा, सोलापुर, बीड लाईनो की सभी मंडियो में मिलाकर लगभग 60-70 हजार बोरी चने की आवक पर 5250-5800 रुपये लोकल लूज क्वालिटी के अनुसार व्यापार हुआ। गुजरात के राजकोट, जूनागढ, वेरावल , दाहोद लाइनों में प्रतिदिन 20-25 हजार बोरी की आवक पर 4650-5350 तथा कर्नाटक में लगभग 20-25 हजार बोरी की आवक पर 5250-6000 रुपये के मूल्य पर व्यापार हुआ। राजस्थान के मेड़ता, कोटा, जोधपुर, किशनगढ लाइनों के आसपस की मंडियों में मिलाकर 15-20 हजार बोरी की आवक पर 4800-5350 रुपये के मूल्य पर व्यापार हुआ तथा फसल कटाई का काम तेजी से हो रहा है। मुंबई में तंजानिया का चना 5500, ऑस्ट्रेलिया का माल 5525 रुपये, मुंद्रा बंदरगाह पर 5525 रुपये तथा दिल्ली में मध्य प्रदेश का चना 5900-5925 रुपये, राजस्थान का 6000-6025 रुपये तथा महाराष्ट्र का चना रायपुर, बिलासपुर, भाटापारा लाइन डिलेवरी 5800-5825 रुपये, इंदौर में कांटा चना 5700-5850, विशाल 5500-5550 रुपये, नागपुर कटनी लाईन डिलेवरी देसी 5750-5800 रुपये के मूल्य पर व्यापार हो रहा है। आंध्र के ओंगोल लाइन में जेजे 5750-5950, कॉक टू 6800 रुपये, डालर 9400 रुपयेऔर हैदराबाद डिलेवरी 5800 से 5850 रुपये क्वालिटी के अनुसार व्यापार हुआ।इंदौैर में ड़ालर चना 8500-9700, काबुली चना 40-42 काउंट 11150 रुपये, 42-44 काउंट 10750 रुपये, 44-46 काउंट 10500 रुपये तथा मध्य प्रदेश के जबलपुर, अशोकनगर, गंजबसौदा , विदिशा में लाइनों में 4800-5900 रुपये के मूल्य पर व्यापार हुआ। पिछले सप्ताह महाराष्ट्र लाइन का चना विरुधनगर, ईरोड डिलेवरी 5950-6000, कर्नाटक का 6050-6100 रुपये क्वालिटी के अनुसार व्यापार हुआ। ऑस्ट्रेलियन सांख्यिकी कार्यालय केअनुसार जनवरी महीने में ऑस्ट्रेलिया से चना का निर्यात एक महीना पूर्व के मुकाबले 45 प्रतिशत घटकर 3 लाख 95 हजार 428 टन हुआ, जिसमें भारत को 2 लाख 50हजार 932 टन, निर्यात हुआ है। दाल में कमजोर ग्राहकी चना सप्लाई में वृद्धि और ग्रीष्मकालीन सीजन प्रारंभ होने से आगामी नव वर्ष और राम नवमी के बाद दाल में ग्राहकी कमजोर रहने की संभावना से दाल मिलर्स आवश्यकता के अनुसार खरीदी कर रहे है और अप्रैल मई महीने के दौरान राजस्थान, उत्तर प्रदेश में आवक रहेगी।
Updated On: March 10, 2025, 4:35 amनये मसूर की आवक -आयात पर शुल्क नई दिल्ली : शुक्रवार को सरकार द्वारा मसूर पर 5 प्रतिशत आधारिक आयात शुल्क, 5 प्रतिशत कृषि आधारभूत विकास सेस और 1 प्रतिशत समाज कल्याण सरचार्ज लगाये जाने की रिपोर्ट से आगामी दिनों में विदेशों से आयात करना महंगा पड़ने की संभावना है, लेकिन वर्तमान में देश के उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश के उत्पादक क्षेत्रोें में नये मसूर की आवक बढ रही है, जिससे घरेलू मूल्यों पर दबाव पड़ा,जबकि आयातित में 50-75 रुपये प्रति क्विंटल की वृद्धि हुई। मध्य प्रदेश के अशोकनगर, जबलपुर, सागर, बीनागंज, जावरा और आसापस की मंडियों में मिलाकर प्रतिदिन 20-25 हजार बोरी नये मसूर की आवक पर 5700-6000 रुपये, उत्तर प्रदेश के ललितपुर में 6 हजार बोरी की आवक पर मोटी 5750-5825, बारीक 6200-6250रुपये तथा आसपास की मंडियो में 5000-5900 रुपये एवं बरेली में मोटी 6400-6425 रुपये, बारीक 7000-7025, बहराईचमें 7200-7250 रुपये एवं कानपुर में उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश की मसूर 6300 रुपये के मूल्य पर व्यापार हुआ। मुंबई में कनाडा की मसूर कंटेनर में 6200 रुपये, हाजिरा बंदरगाह पर 6050 रुपये तथा मुंद्रा बंदरगाह पर कनाडा की 5975रुपये के मूल्य पर व्यापार हुआ। ऑस्ट्रेलियन सांख्यिकी कार्यालय केअनुसार जनवरी महीने में ऑस्ट्रेलिया से मसूर का निर्यात 2 लाख 1 हजार 554 टन हुआ, जो दिसंबरके मुकाबले 20 प्रतिशत कम है और फरवरी में भी गिरावट का अनुमान है, क्योंकि बंग्लादेश और पाकिस्तान के लिये रमजान की खरीदी कमजोर पड़ गयी है। जनवरी महीने में ऑस्ट्रेलिया के मसूर निर्यात में भारत की भागीदारी 99 हजार 806 टन, बंग्लादेश की 60 हजार 749 टन और श्रीलंका की 23 हजार 847 टन की रही तथा अनुमान हैकि सप्लाई जारी रहेगी।
Updated On: March 10, 2025, 4:34 amअधिक आवक से तुवर स्थिर मुंबई : अंतर्राष्ट्रीय बाजार में लेमन तुवर 5 डालर बढ़कर 815 डालर प्रति टन सी एंड एफ पर प्रस्तावित किये जाने से मुंबई में लेमन 6950-7000, मटवारा 6850 अरुषा 7300- मोजांबिक की सफेद एवं गज्जर 6950-7250 चेन्नई में नई लेमन 6950 रुपये के मूल्य पर व्यापार हुआ, लेकिन अनुमान है कि आगामी दिनों में आयात बढ़ने की संभावना रहेगी, क्योंकि विदेशों में फसल की स्थिति संतोषजनक नजर आ रही है, ऐसी स्थिति में भारतीय स्टॉकिस्टों को 10 से 15 प्रतिशत की तेजी में माल की बिक्री करके बाहर निकलना लाभदायक बन सकता है, क्योंकि भारत में भी उत्पादन रिकॉर्ड स्तर पर हुआ है तथा गुजरात में नये माल की आवक बढ़ रही है। पिछले सप्ताह महाराष्ट्र के अहमदनगर लाइन की तुवर चेन्नई डिलेवरी 7800 रुपये, उदगीर लाइन की 7900-7950 रुपये, औराद, शाहजनी लाइन की 8000 रुपये, लातुर, सोलापुर तथा गुजरात की बीडीएन किस्म 8100-8200 रुपये के मूल्य पर व्यापार हुआ। महाराष्ट्र के लातुर, सोलापुर, अकोला, खामगांव सहित उत्पादक केंद्रों की मंडियों मंत लगातार माल की आवक हो रही है और लातुर में 63, मारुति, सफेद, गुलाबी 7000-7450 रुपये, अकोला में 7800 रुपये, मारुति 7550 रुपये के मूल्य पर व्यापार हुआ है। कर्नाटक के कलबुर्गी, यादगिर,बीदर औरआसपास की मंडियो में मिलाकर 15-20 हजारबोरी की आवक पर 6000-7800 रुपये एवं गुजरात के राजकोट में 4-5 हजार बोरी की आवक पर 7000-7500 रुपये तथा दाहोद में 5800-6000 रुपये के मूल्य पर व्यापार हुआ। नागपुर, अकोला लाइन में तुवर दाल फटका 11600-11800, सव्वा नंबर 11000-11100 रुपये, गुलबर्गा लाइन का सॉर्टेक्स तुवर दाल बैंगलुरु के लिये 10900-11400 रुपये, नॉन सॉर्टेक्स 10500 रुपये , महाराष्ट्र का माल 10800-11200 रुपये के मूल्य पर व्यापार हुआ। पिछले सप्ताह महाराष्ट्र की तुवर कटनी डिलेवरी 7600-7700 रुपये, कर्नाटक लाइन की 7300-7800 रुपये, रायपुर डिलेवरी 7550-7700 रुपये,कर्नाटक की 7550-7575रुपये विरुधनगर डिलेवरी कर्नाटक लाल माल 7800 रुपये, सफेद माल 8000-8100 रुपये के मूल्य पर व्यापार हुआ।
Updated On: March 10, 2025, 4:31 amसप्लाई बढ़ने से उड़द स्थिर हैदराबाद : पिछले सप्ताह अंतर्राष्ट्रीय बाजार में म्यानमार एसक्यू उड़द 15 डालर बढकर 900 डालर और एफएक्यू 820 डालर प्रति टन के मूल्य पर व्यापार हुआ, जिससे पिछले सप्ताह मुंबई में एफएक्यू 7500 रुपये प्रति क्विंटल के मूल्य पर व्यापार हो रहा है। गुजरात में 5 मार्च 2025 तक ग्रीष्मकालीन दलहनों की बुवाई पिछले वर्ष के 11 हजार 438 हेक्टर के मुकाबले घटकर 7 हजार 418 हेक्टर में हुई, जिसमें उड़द की बुवाई पिछले वर्ष के 2 हजार 86 हेक्टर के मुकाबले 837 हेक्टर पर हुई है, जबकि तेलंगाना में रबी सीजन के लिये बुवाई पिछले वर्ष के 35 हजार 551 एकड़ के मुकाबले बढकर 46 हजार 470 एकड़ पर हुई है। तमिलनाडु में दिंडीवनम, पांडिचेरी लाइन में 3-4 हजार बोरी नये उड़द की आवक पर लोकल में बढिया 7800-8000 रुपय ेतथा चेन्नई डिलेवरी 8200-8400 रुपये, चेन्नई में आयातित एसक्यू 8100 रुपये, एफएक्यू 7400 रुपये आंध्र के कृष्णा, गुंटूर लाइन का पॉलिश उड़द चेन्नई डिलेवरी 8200 रुपये और आंध्र तेलंगाना के कोल्लापुर, आलमपुर लाइन का 402 क्वालिटी 8250 रुपये और आत्मकुर लाइन का 8150 रुपये तथा आंध्र और तेलंगाना का माल विरुधनगर डिलेवरी 8150 रुपये के मूल्य पर व्यापार हुआ। पिछले सप्ताह आंध्र के कृष्णा जिले में सादा उड़द 7600 रुपये, पॉलिश 7900 रुपये, नंदियाल, कड़पा, प्रोदाट्टुर लाईन की लोकल मंडियो में सादा 7500-7600 पॉलिश 7700 रुपये लोकल लूज के मूल्य पर व्यापार होकर तमिलनाडु आंध्र के दाल मिलों के लिये व्यापार हो रहा है। महाराष्ट्र के सोलापुर में 6100-8300 रुपये, जलगांव में 7200-7575, अहमदनगर में 5000-7100 रुपये, जयपुर में 7800-8400 रुपये, इंदौर में 7500-7700 रुपये तथा उत्तर प्रदेश के चंदौसी में 7525-7550 रुपये के मूल्य पर व्यापार हुआ तथा अनुमान है कि मई प्रथम सप्ताह से मध्य प्रदेश और जून से उत्तर प्रदेश में नये माल की आवक रहेगी
Updated On: March 10, 2025, 4:29 amसामान्य ग्राहकी से खोपरा स्थिर हैदराबाद : तमिलनाडु के गुडियातम, वाणीयंमपाडी, दिंदीगल लाईन में नये नारियल की आवक प्रारंभ हो गई है और क्वालिटी अच्छी रहने से खरीददार आंध्र के बजाय तमिलनाडु का माल खरीदी में कर रहे है और आगामी मार्च अंतिम सप्ताह तक ग्राहकी रहेगी, इसके बाद जूलाई से त्यौहारो का सीजन प्रारंभ हो जाएगा और स्टॉकिस्ट किसानों की बिक्री रहेगी , क्योंकि आंध्र में अप्रैल से नया सीजन प्रारंभ होता है, ऐसी स्थिती में नारियल, खोपरा उत्पादो के मूल्यो में अधिक तेजी नही आएगी। कर्नाटक के टिपटूर में एक सप्ताह में 4 से 5 हजार बोरी की आवक पर बाल खोपरा 14,600-14,700 रुपये, एड़िबल 14,000- मिडियम 11500-12,000, मेरीको 13,500- 14000, एवरेज 8800-9000 रुपये तथा अरिसेकेरे मंडी में माल की आवक बहुत कमजोर रहा तथा कांगायम में सादा 14,425, स्पेशल 15,25, मेरिको 14,700-14,800, एड़िबल 16,800-17,100 रुपये एवं कलीकट में बाल खोपरा 17,000, राजापुरी 19,000, मिल्लिंग 17,300 रुपये प्रति क्विंटल के मूल्य पर व्यापार हुआ। पालकोल्लु में प्रतिदिन 35 से 40 मोटर नये नारियल की आवक पर पुराना बड़ा बढ़िया किस्म 16,000-16,100 रुपये, मीडियम 12,000, एवरेज 9800-10,000 रुपये तथा नया बेस्ट माल 14,000, मीडियम 10,000, एवरेज 8,000-8200 रुपये के मूल्य पर क्वालिटी के अनुसार व्यापार होकर बाहरी राज्यो के लिये लदान हो रहा है। तमिलनाडू के इलमत्त्तूर, कोडुमुडी, पेरुंदोरई, अविलपुन्दुरै लाईन में पिछले सप्ताह 6 से 7 हजार बोरी की आवक पर बेस्ट 14,800-15,000, मीडियम 12,500-12,800, एवरेज 8500 -9000 रुपये प्रति 100 किलो के मूल्य पर क्वालिटी के अनुसार व्यापार हुआ। केरल के कोच्ची में खोपरा तेल (प्रति क्विंटल) 22,700, कालिकट में 26,600, त्रिचूर में 23,000, कांगेयम में खोपरा तेल 21,200 रुपये के मूल्य पर क्वालिटी के अनुसार व्यापार हुआ।
Updated On: March 10, 2025, 4:28 amगुजरात ग्रीष्मकालीन मूंगफली बुवाई में कमी हैदराबाद : गुजरात के कृषि विभाग के वरिष्ठ अधिकारी सूत्रों के अनुसार राज्य 03 मार्च 2025 तक ग्रीष्मकालीन मूंगफली की बुवाई पिछले वर्ष के 12 हजार 830 हेक्टर के मुकाबले घटकर 8 हजार 326 हेक्टर पर हुई है, लेकिन देश के सभी उत्पादक राज्यो से सप्लाई में वृद्धि से मूल्य स्थिर रहे। उत्तर प्रदेश के झांसी, महोबा, मौरानीपुर और आस-पास की मंडियो में मिलाकर साप्ताहिक लगभग 55-60 हजार बोरी तथा मध्य प्रदेश नीमच में 4 से 5 हजार बोरी की आवक पर बढ़िया माल 4500-4700, मीडियम बेस्ट 4200-4500, एरवरेज 3800-4000 रुपये के मूल्य पर व्यापार हुआ तथा सीजन लगभग समाप्त हो गया है और उत्तर प्रदेश में नया माल जून महीने से प्रारंभ होने की संभावना रहेगी, लेकिन बुवाई में कमी के संकेत मिल रहे है। गुजरात में दैनिक 80-90 हजार बोरी की आवक में केवल राजकोट में प्रतिदिन 30 से 40 हजार बोरी मूंगफली की आवक पर एवरेज 4500-5100, मीडियम 5150-5500, जी-20 किस्म एवरेज 5100-5200, मीडियम 5200-5350, बढ़िया माल 5350-5550, बीटी 32/28 एवरेज किस्म 4900-5050, मीडियम 5100 -5250, बेस्ट 5325, गिरनार-4 किस्म 5360 -5750, बेस्ट 6250-6695 रुपये प्रति क्विंटल तथा किशोड़ में मूंगफली दाना जावा 80/90 काउंट 8200 रुपये, 50/60 काउंट 10,000-10,200, बोल्ड 7650 रुपये, 60-70 काउंट 7500 रुपये, 40-50 काउंट 7850 रुपये, 38-42 काउंट 8100, नया टीजे 80-90 काउंट लोकल में 7350 रुपये, 50-60 काउंट 7600 रुपये प्रति क्विंटल व्यापार हुआ। गोंडल, राजकोट, जूनागढ लाईन में मूंगफली दाना मुंद्रा डिलेवरी बोल्ड 60/70 काउंट 7450 रुपये, 50/60 काउंट 7600 रुपये, 50/55 काउंट 7700 रुये, 40/50 काउंट 7850 रुपये, 38/42 काउंट 8150 रुपये तथा मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश का नया टीजे किस्म लोकल में 80/90 काउंट 7350 रुपये, 50/60 काउंट 7700 रुपयेे के मूल्य पर व्यापार हुआ। कर्नाटक के चित्रदुर्ग, चल्लाकेरे, बल्लारी, यादगिर और आस-पास लाईन मंडियों मंं मिलाकर सप्ताहिक लगभग 20 हजार बोरी की आवक पर 6000-7500, कदिरी लेपाक्षी 4500-5500 रुपये तथा चेल्लाकेरे 80-90 काउंट 9300-9500 रुपये, 60-70 काउंट 10,400-10,500 रुपये, 60-65 काउंट 10,700-10,800 रुपये, 90-100 काउंट 9000-9200, कल्याणी 7000 -7100 रुपये के मूल्य पर व्यापार हुआ। आंध्र के अदोनी में साप्ताहिक 30-35 हजार, कर्नूल में 20-25 , एमिग्गनूर में 25-30 , अनंतपुर में 15-20 हजार बोरी मूंगफली की आवक पर 4800-6900 रुपये तथा मूंगफली दाना हैदराबाद डिलेवरी 80/90 काउंट 9400 रुपये 70/80 काउंट 9700 रुपये 60/70 काउंट 10400-10500 रुपये के मूल्य पर व्यापार हो रहा है। आंध्र का एक्सपोर्ट क्वालिटी चेन्नई डिलेवरी 80-90 काउंट 9300 रुपये, 90-100 काउंट 9000-9100 रुपये, 140-160 काउंट 7000-7050 रुपये तथा तिरुवन्नमलै डिलेवरी लाल एक्सपोर्ट क्वालिटी 80-90 काउंट 10, 300, सफेद 90-100 काउंट 9900 रुपये तथा दिंडिगल का केरल डिलेवरी 80-90 काउंट (प्रति 80 किलो) 8100 रुपये के मूल्य पर व्यापार हुआ। राजस्थान में मूंगफली 4800-5200, मूंगफली दाना 40-50 काउंट का 7700-7800 रुपये एवं 50-60 काउंट 7500-7600 रुपये, 60-65 काउंट 7300-7400 रुपये, 60-70 काउंट 7150-7350 रुपये के मूल्य पर व्यापार हुआ।
Updated On: March 10, 2025, 4:25 amखरीफ - रबी सीजन तिल आवक समाप्त हैदराबाद : गुजरात के कृषि विभाग के अधिकारी सूत्रों के अनुसार राज्य में 03 मार्च 2025 तक तिल की बुवाई पिछले वर्ष के 19 हजार 713 के मुकाबले 16 हजार 159 हेक्टर पर हुई है तथा 24 फड़वरी से 2 मार्च तक बुवाई में लगभग 10 हजार हेक्टर की वृद्धि को देखते हुए अनुमान हैकि आकर्षक मूयो के कारण बुवाई में द्धि हो रही है और अनुमान हैकि मार्च अंतिम सप्ताह तक बुवाई जारी रहेगी तथा अनुकूल मौसम से मई से प्रारंभ होने वाले सीजन में माल की क्वालिटी अच्छी आ सकती है और उत्पादको को वर्तमान मूल्य के समान मूल्य प्राप्त होने की संभावना है। व्यापारिक सूत्रो के अनुसार देश में मांग के मुकाबले सप्लाई अच्छी रहने से मूल्य स्थिर हो गये है तथा अधिक तेजी की संभावना नही रहेगी, क्योंकि आगामी दिनों में मार्च अंतिम सप्ताह के बाद पूर्वी आंध्र और तमिलनाडु में आवक प्रांरभ होजाएगी, जबकी सभी उत्पादक राज्यो में खरीफ और रबी सीजन के माल की आवक लगभग समाप्त हो गई है तथा किसानों के पास भी माल का अधिक स्टॉक नही है।तमिलनाडु के शिवगिरी, मुत्तर, कुडुमूडी, मैलामबाडी लाईन में साप्ताहिक 300 से 400 बोरी पुराने तिल की बिक्री पर लाल किस्म का 13650-14620, काला माल 15,200-18,700 रुपये के मूल्य पर क्वालिटी के अनुसार व्यापार हुआ, जबकी सफेद माल की आवक नही हो रही है, लेकिन किराणा बाजार मे ंकमजोर खरीदी से मंदी का रुख रहा।आंध्र प्रदेश के नरसारावपेट लाईन के शीतगृहों में स्टॉक रखा हुआ माल 9900-10,000, ओंगोल का 10,500 रुपये तथा कडपा, पुलिवेंदुला, दुव्वुरु लाईन में पिछले सप्ताह आवक घटकर केवल 1 से मोटर की आवक पर सफेद तिल लोकल में 10,600 -10800 रुपये विरुद्धनगर डिलेवरी प्रति 75 किलो बोरी 8500, बदवेल लाईन की लाल तिल 8200 रुपये तेलंगाना के भद्राचलम चिंतूर लाईन में आवक समाप्त हो गई है तथा ओडिशा के मलकनगिरी लाईन में दागी माल 8000 -8200 रुपये के मूल्य पर पेद्दापुरम, सामर्लाकोटा मिलों की खरीदी हो रही है तथा उत्तर प्रदेश की मंडियों में किसानों का माल 8000-9800 रुपये के मूल्य पर व्यापार हुआ, जिसमें महोबा में 600-700 बोरी की आवक पर 8000-10,000 रुपये तथा झांसी में 7900-9000 रुपये और मध्य प्रदेश के नीमच मंडी में आवक घटकर 50-100 बोरी की आवक पर 10800-11200 मिडियम 10,400- 10700 तथा एवरेज माल 9900-10.400 रुपये प्रति किंंटल के मूल्य पर व्यापार हुआ।पश्चिम बंगाल में आगामी दो महीने बाद नया सीजन प्रारंभ होने जा रहा है, लेकिन मूल्यो में कमी से बड़े किसान और स्टॉकिस्ट माल की बिक्री नही कर रहे है तथा लोकल में 3 प्र. एफ.एफ क्लीन 8900-9100 रुपये, 2 प्र. एफ.एफ कंडीशन 9900-10,000 रुपये प्रति क्विंटल के मूल्य पर व्यापार हुआ । मध्यप्रदेश के ग्वालियर में हल्लिंग 10,700-10,800 रुपये, 99.1 किस्म का 11,200-11,300, हल्लिंग क्वालिटी 99.97 किस्म मुंदा, मुबंई डिलेवरी 14,200-14,250 रुपये, 99.98 प्रीमियम क्वालिटी 14,350 रुपये तथा कानपुर में हल्लिंग माल 10,700-10,800 रुपये प्रति क्विंटल के अनुसार व्यापार हुआ।
Updated On: March 10, 2025, 4:23 am