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मूंग खरीदी को मंजूरी-कर्नाटक मे बुवाई प्रारंभ

मूंग खरीदी को मंजूरी-कर्नाटक मे बुवाई प्रारंभ हैदराबाद : देश में घ्रीष्मकालीन मूंग के बंपर उत्पादन और किसानो की सहायता के लिए पिछले सप्ताह केंद्र सरकार ने पीएसएस योजना के अतंर्गत उत्तर प्रदेश, हरियाणा और गुजरात में ग्रीष्मकालीन सीजन के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य पर 54 हजार 166 टन मूंग की खरीदी का अनुमोदन कर दिया, जबकि मध्य प्रदेश में खरीदी केलिये किसानों का पंजीकरण 19 जून से प्रारंभ हो गया है, लेकिन बंपर उत्पादन से मध्य प्रदेश,गुजरात, उ.प्रदेश,राजस्थान, हरियाणा, पंजाब, से पर्याप्त सप्लाई के कारण मूल्यों पर दबाव बना हुआ है। पहली बार कुंभराज गुना लाईन में दैनिक 5-6 हजार बोरी की आवक हो रही है। कर्नाटक मे ंखरीफ सीजन के मूंग के लिए बुवाई लक्ष्य 4 लाख 14 हजार हेक्टर निर्धारित है, जिसमें 6 जून तक बुवाई पिछले वर्ष के 1 लाख 38 हजार 300 हेक्टर के मुकाबले बढ़कर 1 लाख 52 हजार 400 हेक्टर पर हो गई है। जानकार सूत्रो के अनुसार राजस्थान की मोठ दाल का व्यापार 7000-7100 रुपये पर होने से महानगरो में मूंगदाल में मोठ दाल मिलाकर बिक्री हो रही है। पिछले सप्ताह मध्य प्रदेश लाइन का मशीन क्लीन मूंग चेन्नई डिलेवरी 7800 रुपये, गुजरात के पोरबंदर, वेरावल लाईन का मूंग 7200-7300 रुपये और महाराष्ट्र के अमरावती लाइन का नया मूंग कोविलपट्टी, विरुधनगर लाइन डिलेवरी 7500 रुपये के मूल्य पर व्यापार हुआ। मध्य प्रदेश के जबलपुर, हरदा, होशंगाबाद, रतलाम और आस-पास की लाईनो की सभी लोकल मंडियो में मिलाकर दैनिक 30-35 हजार बोरी की आवक पर 5000-6750 रुपये, गुजरात के राजकोट में दैनिक 4-5 हजार बोरी की आवक पर 6000-7600 रुपये, उत्तर प्र.के उरई में 3 हजार बोरी की आवक पर 6200-6900 महोबा में 6000 -6400 रुपये के मूल्य पर व्यापार हुआ। महाराष्ट्र के लातुर, सोलापुर, जालना लाईन में मिलाकर लगभगग 1500 बोरी ग्रीष्मकालीन मूंग की आवक पर मिल क्वालिटी मूंग 5900-7450 रुपये तथा चमकी 7550-8400 रुपये एवं राजस्थान के नागोर, किशनगढ़, बिकानेर लाईन में 8-9 हजार,केकडी में 2200-2500 बोरी की आवक पर सादा मूंग 5300-6200, बढ़िया 6800 -7400 े मूंग मोगर 9450-9650 रुपये , जोधपुर में मूंग 6100-7000, मूंग मोगर 9400-9450 रुपये, मोठ 4200-4850 रुपये तथा जयपुर में मूंग 6350-6800 तथा नया मूंग चमकी 7000 रुपये मूंग दाल 8100 रुपये , मोठ 5100 रुपये, मोठ दाल 6600 रुपये तथा मोठ मोगर 7100 रुपये के मूल्य पर क्वालिटी के अनुसार व्यापार हो रहा है।

Updated On: June 16, 2025, 5:59 am
रबी-ग्रीष्मकालीन बुवाई योग्य तुवर की नई किस्म विकसित

रबी-ग्रीष्मकालीन बुवाई योग्य तुवर की नई किस्म विकसित हैदराबाद : इक्रीसेट (अंतर्राष्ट्रीय अर्द्ध शुष्क उष्णकटिबंधीय फसल अनुसंधान संस्थान) के वैज्ञानिकों ने तुवर की ऐसी किस्म विकसित किया है,जो भारत के दलहनों की कमी को दूर करने में सहायक हो सकती है, क्योंकि नई किस्म बहुत अधिक गर्मी तापमान 45 डिग्री सेल्सियस में भी सुरक्षित रहती है, जिससे लगभग 1 करोड़ 20 लाख हेक्टर भूमि का उपयोग हो सकता है। खरीफ सीजन के फसल की कटाई के बाद रबी सीजन में अधिक गर्मी वाले लगभग 1 करोड़ 20 लाख हेक्टर खेत को किसान खाली छोड़ देते हैं, जिसका उपयोग तुवर की खेती के लिये हो सकता है, इसके साथ अफ्रीका और अन्य भागों में उत्पादन करके सप्लाई में कमी को दूर किया जा सकता है। भारत में वर्तमान में तुवर का वार्षिक उत्पादन 35 लाख टन है, जो देश की मांग के मुकाबले 15 लाख टन कम है, जिससे प्रति वर्ष लगभग 80 करोड़ डालर का आयात किया जाता है। इक्रीसेट के महा निदेशक हिमांशु पाठक के अनुसार नई तुवर किस्म आईसीपीवी 25444 से फसल अधिक तापमान में सुरक्षित रहने के साथ 40 दिन तक फूल लगते हैं और 4 महीने में फसल तैयार होने के साथ किसानों को वर्तमान के प्रति हेक्टर उतारा 1.1-1.2 टन (1110-1120 किलो) के मुकाबले 2 टन (2000 किलो) तक प्राप्त हो सकता है और देश के कई भागों में ग्रीष्मकालीन सीजन मे तुवर उत्पादन हो सकती है, क्योंकि नई किस्म की खेती में पानी बहुत कम लगता हैं। कर्नाटक,ओड़िशा और तेलंगाना में ट्रायल खेती में अच्छी सफलता मिली है एवं सभी सीजन में तुवर की खेती करने के प्रयास के लिए इक्रीसेट के वैज्ञानिकों ने नई किस्म का विकास किया है, जिससे देश में दलहन की कमी को दूर करने में और किसानों को खेती में होने वाली चुनौतियों को कम करने में सहायता मिलेगी।

Updated On: June 16, 2025, 5:58 am
तंजानिया का धारवाड़ से उड़द बीज की खरीदी

तंजानिया का धारवाड़ से उड़द बीज की खरीदी धारवाड़ : अफ्रीकी देश तंजानिया ने धारवाड़ के कृषि विज्ञान विश्वविद्यालय (यूएएसडी) से 24 टन उड़द बीज की खरीदी किया है और आगामी वर्ष के लिये 50 टन का ऑर्डर दिया है। सूत्रों के अनुसार विश्वविद्यालय का बीज सिस्टम मालवी, नेपाल और अन्य देशों को भी आकर्षित कर रहा है। विश्वविद्यालय ने इस वर्ष पूर्व मानसूनी वर्षा अच्छी होने से बीज की बिक्री पूर्व वर्षों के मुकाबले जल्दी प्रारंभ कर दिये है। सूत्रों के अनुसार यूएएसडी कृषि तथा सहकारिता विभाग (डीएसी) के सुझाव वाले कंपनियों को प्रमाणित बीजें भी उपलब्ध करा रहा है। अगर विश्वविद्यालय के पास अधिक बीज रहता है, तो डीएसी के अलावा अन्य कंपनियों को भी आपूर्ति करेंगे। विश्वविद्यालय ने डीएसबी 21 तथा डीएसबी 34 किस्में सहित 1600 क्विंटल सोयाबीन और 550 क्विंटल उड़द बीज तथा 35 क्विंटल प्याज की बिक्री किया है। वर्तमान वर्ष प्याज बीज की बिक्री कम हुई है, क्योंकि प्राकृतिक रुप से प्याज बीज बहुत संवेदनशील (सेंसटिव) होने से लंबे समय तक सुरक्षित नही रहता है । पिछले वर्ष उत्पादन के नुकसान के कारण केवल 65 क्विंटल मूंग बीज की बिक्री किये थे, लेकिन स्थिति को देखते हुए इस वर्ष 855 क्विंटल का स्टॉक किया है, जिसमें से 800 क्विंटल बिक्री हो गया है। यूएएसडी के उप कुलपति डॉ पीएल पाटिल ने पिछले 50 वर्षों में 300 नई किस्मों किस्मों के बीज विकसित किया है तथा वर्तमान वर्ष उत्पादन 15 प्रतिशत अधिक होने जा रहा है तथा अन्य भारतीय राज्यों और विदेशों को निर्यात जारी रहेगा। महाराष्ट्र, ओड़िशा, गोवा, पंजाब, मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश आंध्र प्रदेश और अन्य राज्यों के बीज निगमों को भी उपलब्ध कराये हैं तथा कुछ जिलों को बीजों का लदान भी हो गया हैं । विश्वविद्यालय सूत्रो के अनुसार वर्तमान वर्ष मूंग और उड़द बीजों की बिक्री में वृद्धि हुई तथा सरकारी एजेंसियों को ब्रीडर और फाउंडेशन बीज उपलब्ध करा रहे हैं, जिससे एजेंसिया भी बीज तैयार कर सकते हैं। विश्वविद्यालय में 2005-06 के दौरान किसानों को बीज उत्पादन कार्यक्रम में भागीदारी करके पूरे देश में असाधारण बीज सिस्टम की नीति अपनाया है। यूएएसडी से बीजों की खेती के लिये धारवाड़, गदग, बागलकोट, बेलागवी, उत्तरी कन्नड़ तथा अन्य जिलों के लगभग 1500 पंजीकृत बीज उत्पादक (किसान) जुड़े हुए हैं। विश्वविद्यालय किसानों को ब्रीडर और फाउंडेशन बीज उपलब्ध कराते हैं और खेती प्रक्रिया को लेकर प्रशिक्षित करते हैं। विश्वविद्यालय के विशेषज्ञ ऐसे किसानों के खेतों का दौरा करते हैं और प्रक्रिया की निगरानी करते हैं। उत्पादकों को फसल पर अन्य फसलो के मुकाबले 20 प्रतिशत अतिरिक्त मूल्य प्राप्त होता है और केंद्र तथा राज्य सरकारें भी ऐसे किसानों को इंसेटिव देती हैं और इन इसेंटिवों से किसान भी स्वेच्छा से बीज उत्पादन से जुड़ते हैं। इस सिस्टम देश के सभी कृषि विश्वविद्यालय मे मधारवाड़ मॉडल’ के नाम से जाना जाता है।

Updated On: June 9, 2025, 6:25 am
गुंटूर- खम्मम लालमिर्च यार्ड प्रारंभ

गुंटूर- खम्मम लालमिर्च यार्ड प्रारंभ हैदराबाद : तेलंगाना के एक प्रमुख लालमिर्च मंडी यार्ड वरंगल में पिछले सप्ताह व्यापार प्रारंभ हो गया है, लेकिन गुंटूर खम्मम मंडियां सोमवार 9 जून से प्रारंभ हो रही है, जिसके लिए रविवार सायंकाल से किसानों एवं शीतगृहों के स्टॉकिस्टो की आवक प्रारंभ हो जाएगी, लेकिन व्यापारियों का अनुमान हैकि केवल बढ़िया किस्मों की मांग सामान्य रहेगी,क्योंकि पंजाब एवं उत्तर प्रदेश से बढ़िया कलर माल की सप्लाई जारी है। कर्नाटक के ब्याडगी मंडी में सोमवार के दिन शीतगृहों से 8 हजार बोरी लालमिर्च की आवक पर 4 हजार बोरी की बिक्री हुई, जिसमें 2043 क्वालिटी 10,000-14,000 रुपये, 5531 किस्म 8500-10,800 रुपये डब्बी 17,000-23,000, केडीएल 16,500-20,000 रुपये, 2043 फटकी 3000-3500 रुपये तथा छत्तीसगढ़ के जगदलपुर के शीतगृहों से पिछले एक सप्ताह के दौरान लगभग 3 से 4 हजार बोरी की बिक्री पर तेजा 11,500-13,700, शार्क-1 किस्म 11,000-12,000 रुपये के मूल्य पर व्यापार हुआ। पिछले सप्ताह वरंगल मंडी में 15 हजार बोरी की आवक पर बढ़िया तेजा 13,500 रुपये, मीडियम 11,000-13, 000, बढ़िया 341किस्म 12,500, मीडियम 10,000-12,000, बढ़िया वंडरहाट 14,000-14,500, मीडियम 11,000-13,500 रुपये 5531 किस्म 12,000, दीपिका 13,000, टमाटा 18,000-25,000 रुपये के मूल्य पर व्यापार हुआ। हैदराबाद में गदवाल, महबूबनगर लाईन से पिछले एक सप्ताह के दौरान 2500 बोरी की आवक पर तेजा 7500-11,500, सुपर-10, आरमुर किस्म 6500-9500 रुपये, 341 तथा 2043 किस्म 8500-11,500 रुपये, सिंजेंटा 4500-8500 रुपये, 273 किस्म 8500-10,000, तेजा फटकी 3500-5800 रुपये, फटकी 1000-3000 रुपये तथा शीतगृहों से 2500-3000 बोरी की बिक्री पर तेजा 11,500-13,000 रुपये, सुपर-10 किस्म 10,500-12,000, आरमुर 9500-11,500 रुपये, 273 किस्म 10,500-11,500 रुपये, 341 किस्म 14,500-15,500 रुपये, 2043 किस्म 13,500-14,000 रुपये, सी-5 क्वालिटी 12,000-13,500, सिंजेंटा किस्म 9500-12,000, तेजा फटकी 6000-6500, फटकी 3500-3800 रुपये के मूल्य पर क्वालिटी के अनुसार व्यापार हो रहा है।

Updated On: June 9, 2025, 6:24 am
गुजरात में लगातार अजवायन की आवक

गुजरात में लगातार अजवायन की आवक हैदराबाद : एक रिपोर्ट के अनुसार गुजरात, मध्य प्रदेश के कुछ क्षेत्रों में आगामी सीजन के लिए बुवाई का काम प्रारंभ हो गया है, लेकिन महाराष्ट्र, आंध्र, तेलंगाना में बुवाई के लिए लगभग 40-45 दिन का समय बाकी है और अच्छे माल के स्टॉक में कमी के साथ आगामी त्यौंहारो के सीजन के लिए पैकिंग निर्माता की मांग से बढ़िया किस्मों में 600-700 रुपये प्रति क्विंटल की वृद्धि हुई ,जबकि वर्तमान में उत्पादक केंद्रों पर क्वालिटी हल्की आ रही है और उत्पादकों की बिक्री का दबाव बढ़ रहा है, क्योंक गुजरात में अधिक उत्पादन और मूल्यो में कमी से किसान स्टाक में दिलचस्पी नही ले रहे है, जिससे गुजरात की सभी मंडियो में मिलाकर साप्ताहिक 30 हजार बोरी से अधिक की आवक हो रही है तथा कुछ व्यापारी नीमच के अतिरिक्त जयपुर, दिल्ली, कोलकाता, नागपूर जैसे महानगरो में बिक्री के लिए लदान कर रहे हैं और अनुमान है कि जुलाई तक सप्लाई जारी रह सकती है। पिछले सप्ताह गुजरात के जामनगर में 8 से 10 हजार बोरी अजवायन की आवक पर हल्का माल 6000-7000, एवरेज 8000-9500, मीडियम 10,000-11,500, मीडियम बेस्ट 13,500-14,000, हरा माल 16000-16,500 रुपये तथा उंझा में 5 से 6 हजार बोरी की आवक पर हल्का एवरेज किस्म 8500-9000, मीडियम बेस्ट 11,500-12,500 रुपये एवं नीमच में गुजरात से 7 से 8 हजार बोरी की आवक पर काला किस्म 5500-6000, एवरेज 9500-10,000, मीडियम 11,500-12,000, बेस्ट 13,000-13,500 रुपये के मूल्य पर व्यापार हुआ। आंध्र के कर्नूल में मंगलवार और शुक्रवार मिलाकर लगभग 500-600 बोरी की आवक पर लाल किस्म 13,000-14,000, सफेद 15,000-18,000, बढ़िया हरा 19,000-22,000 रुपये तथा विकाराबाद, मरपल्ली में 200 से 250 बोरी की आवक पर एवरेज 9000-9500, मीडियम 11,000-11,350, बढ़िया माल 11,800-12,000 रुपये के मूल्य पर व्यापार हुआ।

Updated On: June 9, 2025, 6:24 am
हल्दी वायदा में तेजी जारी

हल्दी वायदा में तेजी जारी हैदराबाद : देश के प्रमुख हल्दी उत्पादक राज्यों में बुवाई का कार्य प्रारंभ हो गया है, लेकिन देश में माल के स्टॉक की कमी तथा नया सीजन प्रारंभ के लिए लगभग आठ महीने का समय बाकी है तथा कारखानेदारों के पास माल का स्टॉक भी पिछले वर्ष के मुकाबले कम रहने से आगामी सितंबर महीने से ग्राहकी निकलने की संभावना रहेगी। एनसीडीईएक्स पर पिछले सप्ताह सोमवार को हल्दी का जून वायदा 14,274 रुपये खुलने के बाद शुक्रवार तक 336 रुपये बढ़कर 14,610 रुपये तथा अगस्त वायदा 528 रुपये बढ़कर 14,930 रुपये पर बंद होने से हाजिर मंडियो में मंदी को ब्रेक लग गया है। तेलंगाना के निजामाबाद में पिछले सप्ताह लगभग 8 से 10 हजार बोरी की आवक पर काडी 13,000-14,000, पॉलीश काड़ी 14,500-14,600, गठ्ठा 11,800-12,500, पालीश गट्ठा 13,700-13,800 रुपये और वरंगल में पिछले एक सप्ताह में 4 से 5 हजार,केसमुद्रम में 3 से 4 हजार बोरी की आवक पर काड़ी 10,800-13,300, गट्ठा 10,500-11,200 रुपये तथा सदाशिवपेट, विकाराबाद, मरपल्ली लाईन में काड़ी, गट्ठा 10,500-11,200 रुपये एवम् आंध्र के दुग्गिराला में 1000 से 1200 बोरी की आवक पर काड़ी तथा गट्ठा 10,000-12,000 रुपये के मूल्य पर व्यापार हुआ। पिछले सप्ताह महाराष्ट्रके हिंगोली में 30 से 32 हजार बोरी की आवक पर काड़ी 12,400-13,500, गट्ठा 12000-12,400 रुपये और बसमतनगर में 30 से 35 हजार बोरी की आवक पर काड़ी 12,000-14,000, गट्ठा 11,800-12,800 रुपये और नांदेड़ में 6 से 7 हजार बोरी की आवक पर काड़ी 12,000-13,100, गट्ठा 11,600-12,200 रुपये तथा सांगली में 6 से 7 हजार बोरी की आवक पर राजापुरी काड़ी 15,000-16,000, काड़ी 13,000-14,500, गट्ठा 13,000-13,500, लगड़ी 18,000-19, 000 एवम् वाशिम्, रिसोड़, जिंतूर, शेनगाँव,ज्वालाबाजार,अन्य मंडियों में मिलाकर एक सप्ताह में 7 से 8 हजार बोरी की आवक पर काड़ी 11,200-13, 000, गट्ठा 11,800 -12, 400 रुपये के मूल्य पर व्यापार हुआ। पिछले सप्ताह के दौरान तमिलनाडु के ईरोड़ में लगभग 13 से 14 हजार बोरी की आवक पर काड़ी 9699-14,466, गट्ठा 8066-12,980, पेरुंदुरै में 2000 से 2200 बोरी की आवक पर काड़ी 9369-14,314, गट्ठा 8269-12, 939, गोपीचेट्टीपालयम में काड़ी 11,007 -13,810, गट्टा 11,007-13,365 रुपये और बरहामपूर में साप्ताहिक 700-800 बोरी की आवक पर काड़ी 11,500, पालीश काड़ी 12,200 रुपये के मूल्य पर व्यापार हुआ।

Updated On: June 9, 2025, 6:23 am
लगातार सप्लाई से मेथी स्थिर

लगातार सप्लाई से मेथी स्थिर नीमच : जानकार सूत्रों के अनुसार वर्तमान वर्ष मध्य प्रदेश, गुजरात, राजस्थान में बंपर उत्पादन और आगामी सीजन के लिए अच्छे मानसून की स्थिति को देखते हुए किसान तेज गति से माल की बिक्री कर रहे है तथा इस वर्ष लगातार सप्लाई को देखते हुए तेजी की संभावना लगभग समाप्त हो गई है, क्योंकि देश के बड़े छोटे शहरो की सब्जि मंडियो में पत्तेवाली हरी मेथी की सप्लाई से दाना मेथी खपत पर प्रभाव पड़ रहा है। एक रिपोर्ट के अनुसार मेथी उत्पादक केंद्रों पर आवक जारी रहने के साथ कमजोर ग्राहकी से मूल्यों में 250 से 300 रुपये की गिरावट हुई है। पिछले एक सप्ताह सभी उत्पादक राज्यों में मिलाकर साप्ताहिक 50 हजार बोरी से अधिक की आवक हो रही है, जिसमें नीमच में लगभग 10 से 12 हजार, जावरा में 8 से 10 हजार, मंदसोर में 4-5 हजार बोरी की आवक पर एवरेज 4000-4200, मीडियम 4500-4600, मीडियम बेस्ट 5000-5100, बढिया 5800-6100 बढ़िया फाफड़ा 9000-9200 रुपये, मीडियम 7200-8200 रुपये के मूल्य पर क्वालिटी के अनुसार व्यापार हुआ। राजस्थान के रामगंजमंडी, कोटा, नोखा लाईन में मिलाकर सप्ताह में 6 से 7 हजार बोरी की आवक पर एवरेज 4000-4200, मीडियम 4500-4700, बढ़िया माल 5800-6000 रुपये एवं गुजरात के राजकोट में 10 से 12 हजार बोरी की आवक पर एवरेज 4000-4650, मीडियम 4800-5450, बढ़िया किराणा किस्म 5500-6200 रुपये के मूल्य पर क्वालिटी के अनुसार व्यापार हुआ।

Updated On: June 9, 2025, 6:22 am
जीरा वायदा में गिरावट

जीरा वायदा में गिरावट मुंबई : जानकार सूत्रों के अनुसार इस वर्ष राजस्थान में जीरा उत्पादन संतोषजनक हुआ, लेकिन गुजरात और राजस्थान के किसानों का भविष्य में तेजी की संभावना से माल की बिक्री कम किये जाने से सीजन में तेजी का रुख रहा, लेकिन बाद में मानसून पूर्व वर्षा और आगामी मौसम अनुकूल रहने की भविष्यवाणी से किसानों का माल बाहर निकलना प्रारंभ हो गया एवं निर्यात की मांग कमजोर रहने के साथ स्टॉकिस्टो की कमी एवं किराणा व्यापारियों की आवश्यकता के अनुसार खरीदी के मुकाबले सप्लाई बढ़ने से हाजिर सहित वायदा मूल्यो में मंदी का रुख रहा। इस समाचार पत्र में सीजन प्रारंभ से पूर्व ही भविष्य में मंदी का संकेत दिया गया और हमारे स्पेशल ग्राहकों को इसका लाभ मिला है। पिछले सप्ताह वायदा बाजार में बिक्री का दबाव बढ़ने के साथ हाजिर में कमजोर ग्राहकी से वायदा मूल्यों में 1000 -1100 रुपये तथा हाजिर में 500 -600 रुपये की गिरावट हुई। पिछले सप्ताह एनसीडीईएक्स पर जीरा का जून वायदा सोमवार को 20,960 रुपये खुलने के बाद शुक्रवार तक 1165 रुपये की गिरावट होकर 19,795 रुपये तथा जुलाई वायदा 1095 घटकर 20,005 रुपये पर बंद हुआ। ऊंझा में पिछले सप्ताह 50 से 55 हजार बोरी की आवक पर बढिया 20,500-21,000, मीडियम 18,500-19,000, एवरेज 17, 000-17,500 रुपये तथा राजकोट में 6 से 7 हजार बोरी की आवक पर एवरेज 17,000-17,750, मीडियम 17,800-18,250, बढिया 18,300-18,750, युरोपियन किस्म 19,000-19,250 रुपये और गोंडल तथा जामनगर में 5 से 6 हजार बोरी की आवक पर एवरेज 16,000-17,000, मीडियम 17,500-18,600, बढ़िया 19,500-20,000 रुपये एवं मेड़ता, नागोर, केकडी जोधपुर और आस-पास की मंडियों में मिलाकर 7 से 8 हजार बोरी की आवक पर एवरेज 16,000-17, 200, मीडियम 17,800-18,000, बढ़िया 19,000-20,500 रुपये के मूल्य पर व्यापार हुआ है।

Updated On: June 9, 2025, 6:21 am
धनिया मंडियों में लगातार माल की आवक

धनिया मंडियों में लगातार माल की आवक हैदराबाद : व्यापारिक सूत्रो के अनुसार वर्तमान वर्ष धनिया में तेजी नही आने से स्टॉकिस्ट अधिक चिंतित हो रहे, क्योंकि उत्पादक मंडियो में साप्ताहिक 1 लाख 50 हजार बोरी से अधिक की आवक हो रही है और निर्यात की कमजोर मांग के साथ घरेलू कारखानेदार आवश्यकता के अनुसार खरीदी कर रहे है तथा अनुमान हैकि वर्तमान मौसम की स्थिति को देखते हुए आगामी सीजन के लिए भी उत्पादन में कमी नही आएगी और 2026 का नया सीजन बकाया स्टॉक से प्रारंभ हो सकता है। राजस्थान, मध्य प्रदेश, गुजरात जैसे धनिया उत्पादक राज्यों में आवक के मुकाबले कमजोर खरीदी से मूल्यों में 150-200 रुपये प्रति किंटल की तेजी - मंदी का व्यापार हो रहा है। एनसीडीईएक्स पर पिछले सप्ताह सोमवार के दिन धनिया का जून वायदा 7056 रुपये खुलने के बाद शुक्रवार तक 36 बढ़कर 7092 रुपये,जुलाई वायदा 40 बढ़कर 7170 रुपये पर बंद हुआ। रामगंजमंडी में पिछले सप्ताह 20 से 22 हजार बोरी की आवक पर बादामी 6500-6600, ईगल 6800-6900, स्कूटर 7100-7200 रुपये, बादामी हैदराबाद डिलेवरी 7750, ईगल 7950, स्कूटर किस्म डबल फिल्टर 8500 रुपये जीएसटी सहित तथा तमिलनाडु के लिये बादामी बिल्टी प्रति 40 किलो बोरी 3450, ईगल 3550, स्कूटर 3650-3700 रुपये के मूल्य पर व्यापार हुआ। कोटा, बारन, गंगापुर और आस-पास की मंडियों में मिलाकर 18 से 20 हजार बोरी की आवक पर बादामी 6300-6500, ईगल 6600-6700 रुपये के मूल्य पर व्यापार हुआ। मध्य प्रदेश के नीमच, कुंभराज, गुना, बीनागंज, मंदसोर और अन्य मंडियों में मिलाकर एक सप्ताह में 60 से 65 हजार बोरी की आवक पर बादामी 6200-6500, ईगल 6800-7100, स्कूटर 7100-7500 रुपये के मूल्य पर क्वालिटी के अनुसार व्यापार हुआ। आंध्र के ओंगोल में नया बादामी धनिया 3325 रुपये, ईगल 3375 रुपये, स्कूटर 3425 रुपये तथा शीतगृहों का बादामी 3325 रुपये (प्रति 40 किलो) के मूल्य पर व्यापार हुआ। गुजरात के गोंडल में एक सप्ताह में 55 से 60 हजार बोरी की बिक्री पर ईगल 6350-6500, ईगल प्लस 6700-6850, बढ़िया माल 7000-8000 रुपये तथा राजकोट में 7 से 8 हजार बोरी की आवक पर एवरेज 5750-5875, बादामी 5900-6150, ईगल 6250-6400, ईगल प्लस 6500-6650 स्कूटर 6750-7000, हरा 7250-8250, जूनागढ़ में क्लीन ईगल 6900, स्कूटर 7700 रुपये, जामनगर, जामजोधपुर और आस-पास की मंडियों में मिलाकर पिछले सप्ताह 14 से 15 हजार बोरी की आवक पर बादामी 6400-6600, ईगल 6700-6900, स्कूटर 7000-7500, कलर 8000-9000 रुपये के मूल्य पर व्यापार हुआ।

Updated On: June 9, 2025, 6:19 am
खोपरा में लगातार तेजी की लहर

खोपरा में लगातार तेजी की लहर हैदराबाद : अंतर्राष्ट्रीय उत्पादन में कमी और भारत की घरेलू मांग बढ़ने के साथ किसानों के पास स्टॉक कमजोर पड़ गया है और सप्लाई के मुकाबले कमजोर आवक से खोपरा के मूल्यो में पिछले सप्ताह के मुकाबले 500 से 700 रुपये की और भी वृद्धि हो गई है। कर्नाटक के टिपटूर में साप्ताहिक 6 से 7 हजार बोरी की आवक पर बाल खोपरा 20,500-21,000 रुपये, एड़िबल बेस्ट 20,000, मीडियम 17,000-17,500, मेरिको 19,200-19,500 रुपये प्रति क्विंटल के मूल्य पर व्यापार हो रहा है। तमिलनाडु के कांगायम में सादा खोपरा 19,900, स्पेशल 20,400, मेरिको 20,800, एड़िबल 21,000, एक्सपोर्ट क्वालिटी 21,500 रुपये तथा कलीकट में बाल खोपरा 21,000, राजापुरी 23,500, मिल्लिंग 21,300 रुपये एवं एलमत्तूर, कोड़ुमुड़ी, पेरुंदुरै, अविलपुंदुरै लाईन में मिलाकर एक सप्ताह में 10 से 12 हजार बोरी की आवक पर बढ़िया 20,800-21,500, मीडियम 16,500-17,000 रुपये एवं त्रिचूर में खोपरा तेल (प्रति क्विंटल) 32,400, कालिकट में 33,600 रुपये, कोच्ची में 29,900, कांगेयम में 31,975 रुपये के मूल्य पर व्यापार हुआ। पिछले सप्ताह खरीददार अपनी आवश्यक्ता के अनुसार माल की खरीदी करने से पूर्वी-पश्चिमी गोदावरी लाइनों में आवक घटकर प्रतिदिन 55 से 60 मोटर नारियल की आवक पर बढ़िया गुजरात क्वालिटी पुराना माल में 20,000, महाराष्ट्र क्वालिटी 18,000, एवरेज 17,000 और नया बढ़िया किस्म 18,000, मीडियम 16,000, एवरेज 14000 के मूल्य पर क्वालिटी के अनुसार व्यापार हो रहा है।

Updated On: June 9, 2025, 6:13 am