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जीरा स्टॉकिस्ट चिंतित

जीरा स्टॉकिस्ट चिंतित मुंबई : व्यापारिक सूत्रों के अनुसार वर्तमान वर्ष राजस्थान में उत्पादन सामान्य से अधिक होने के साथ मूल्यों में गिरावट के समय बड़े किसानों द्वारा माल की बिक्री नहीं करने से पर्याप्त मात्रा में माल का स्टॉक है तथा अनुकूल मौसम और वर्तमान में अच्छी वर्षा होने से आगामी सीजन के लिये दीपावली से प्रारंभ होने वाली बुवाई में कमी आने की संभावना नहीं रहेगी एवम् गुजरात में भी कई किसानों के पास माल का स्टॉक है, ऐसी स्थिति में व्यापारियों का अनुमान है कि आगामी नया सीजन प्रारंभ होने तक मंदी का रुख रहेगा और पंजाब, दिल्ली, उत्तरप्रदेश, महाराष्ट्र, आंध्र एवम् पूर्वी भारत में किराणा व्यापारियों के पास सीजन प्रारंभ में तेजी की संभावना को देखते हुए भारी मात्रा में माल का स्टॉक किया हुआ है और दिन-प्रतिदिन मूल्यों में गिरावट हो रही है, जिससे माल की जल्दी बिक्री नहीं हो रही है। जानकार सूत्रों के अनुसार वर्तमान सीजन बकाया स्टॉक से प्रारंभ हुआ और आगामी सीजन भी बकाया स्टॉक से ही प्रारंभ होने की संभावना है, ऐसी स्थिति में मूल्यों में और भी 1000 से 1500 रुपये प्रति क्विंटल की गिरावट हो सकती है। पिछले सप्ताह एनसीडीईएक्स पर जीरा का जून वायदा एक सप्ताह के 19,450 रुपये के मुकाबले सोमवार को 1275 रुपये घटकर 18,725 रुपये पर समाप्त हुआ, जबकि जुलाई वायदा सोमवार को 19,510 रुपये खुलने के बाद शुक्रवार तक 500 घटकर 19,010 रुपये एवम् अगस्त वायदा 204 रुपये घटकर 19,195 रुपये पर बंद हुआ। गुजरात के ऊंझा में पिछले सप्ताह 35 से 40 हजार बोरी की आवक पर युरोपीयन किस्म 20,000-20,500, बढ़िया माल 19,500-20,000, मीडियम 18,500-19,000, एवरेज 17,500-18,500 रुपये तथा राजकोट में 4 से 5 हजार बोरी की आवक पर एवरेज 17,000-17,750, मीडियम 17,750-18,250, बढिया 18,250-18,750, युरोपियन किस्म 18,750-19,000, किराणा क्वालिटी 19,250 रुपये तथा पुराना माल 17,000-18,500 रुपये और गोंडल में प्रतिदिन 6000 बोरी की आवक पर 18,000-22,000 रुपये तथा जामनगर में 5 से 6 हजार बोरी की आवक पर एवरेज 15,800-17,000, मीडियम 17,300-18,200, बढ़िया 18,500-19,000 रुपये के मूल्य पर व्यापार हुआ। पिछले सप्ताह राजस्थान में लगातार वर्षा होने से मंडियों में जीरा की आवक में कमी हुई, लेकिन कमजोर ग्राहकी से मूल्यों को समर्थन नहीं मिल रहा है, जिससे मेड़ता, नागोर, केकडी, जोधपुर और आस-पास की मंडियों में मिलाकर 5 से 6 हजार बोरी, बाड़मेर में 7-8 हजार बोरी तथा आस-पास की मंडियों में लगभग 1000-1200 बोरी की आवक पर एवरेज 15,500-17,000, मीडियम 17,500-17,800, बढ़िया 19,300-20,800 रुपये के मूल्य पर व्यापार हुआ है।

Updated On: June 23, 2025, 6:06 am
धनिया जून वायदा कमजोर मूल्यों पर समाप्त

धनिया जून वायदा कमजोर मूल्यों पर समाप्त हैदराबाद : एनसीडीईएक्स पर पिछले सप्ताह धनिया का जून वायदा 7000 रुपये पर समाप्त हो गया, जबकि 25 अप्रैल से अबतक जून वायदा में 500 रुपये की गिरावट हुई है एवम् जुलाई वायदा एक सप्ताह में 16 घटकर 7002 रुपये, अगस्त वायदा 44 घटकर 7052 रुपये पर बंद हुआ और वर्तमान में उत्पादक और खपत राज्यों सहित सभी स्थानों पर माल का पर्याप्त स्टॉक है और विक्रेता के मुकाबले खरीददार सामने नहीं आ रहे है, जिससे अनुमान है कि आगस्त वायदा मूल्यों में 100 रुपये की गिरावट हो सकती है। मध्यप्रदेश, गुजरात, राजस्थान की मंडियों में वर्षा कालीन मौसम के कारण किसानों के माल की आवक कमजोर पड़ गयी है, लेकिन पिसाई कारखानेदारों की सामान्य खरीदी के कारण पिछले दो सप्ताहों से मूल्यों में केवल 100 से 150 रुपये प्रति क्विंटल की तेजी-मंदी हो रही है। व्यापारिक सूत्रों के अनुसार पिछले सप्ताह गुजरात का पिछले वर्ष का पुराना माल प्रति 40 किलो बोरी 3150-3200, ईगल 3275 रुपये और बढ़िया क्वालिटी का माल 3300-3500, राजस्थान का बादामी 3400 रुपये, ईगल 3500 रुपये के मूल्य पर तमिलनाडु के विरुद्धनगर, मदुरै लाईन डिलेवरी व्यापार हुआ, लेकिन खरीददार आवश्यक्ता के अनुसार खरीदी कर रहे है, क्योंकि उन्हें अनुमान है कि देश में माल का भारी स्टॉक है और गुजरात में इस वर्ष मूंगफली की बुवाई जल्दी हुई है तथा तीन महीने के बाद फसल कटाई के साथ धनिया बुवाई प्रारंभ हो सकती है, ऐसी स्थिति में नया सीजन प्रति वर्ष के मुकाबले जल्दी प्रारंभ हो सकता है। रामगंजमंडी में पिछले सप्ताह 10 से 12 हजार बोरी की आवक पर बादामी 6600-6700, ईगल 6800-7000, स्कूटर 7200-7400 रुपये, बढ़िया हरा माल 8500-9000, मीडियम 7900-8000 रुपये तथा कोटा, बारन और आस-पास की मंडियों में मिलाकर 7 से 8 हजार बोरी की आवक पर बादामी 6500, ईगल 6700-6800 रुपये के मूल्य पर व्यापार हुआ। मध्य प्रदेश के नीमच, कुंभराज, गुना, बीनागंज, मंदसोर और अन्य मंडियों में मिलाकर प्रतिदिन 45 से 50 हजार बोरी की आवक पर बादामी 6500-6800, ईगल 6800-7100, स्कूटर 7400-7700, कलर वाला 8000-8900 रुपये के मूल्य पर क्वालिटी के अनुसार व्यापार हुआ। आंध्र के ओंगोल में नया बादामी धनिया 3310 रुपये, ईगल 3360 रुपये, स्कूटर 3400 रुपये तथा शीतगृहों का बादामी 3300 रुपये (प्रति 40 किलो) के मूल्य पर व्यापार हुआ।गुजरात के गोंडल में एक सप्ताह में 40-45 हजार बोरी की बिक्री पर ईगल 6400 - 6500, ईगल प्लस 6700-6900, बढ़िया माल 7100-8200 रुपये तथा राजकोट में 4 से 5 हजार बोरी की आवक पर बादामी 5800-6200, ईगल 6300-6450, ईगल प्लस 6500-6650 स्कूटर 6850-7250, हरा 7500-8700, जूनागढ़ में क्लीन ईगल 6900, स्कूटर 7700 रुपये के मूल्य पर व्यापार हुआ।

Updated On: June 23, 2025, 6:05 am
उ.प्र. - पंजाब लालमिर्च आवक में कमी

उ.प्र. - पंजाब लालमिर्च आवक में कमी गुंटूर : जानकार सूत्रों के अनुसार उत्तरप्रदेश के रामपुर, बरेली और पंजाब के प्रमुख उत्पादक क्षेत्र तरण-तारण लाईन में किसानों के माल की आवक कमजोर पड़ गयी है, जबकि कुछ क्षेत्रों में आवक समाप्त हो गई है, क्योंकि इस वर्ष मूल्यों में कमी से सीजन प्रारंभ के बाद कुछ किसानों ने हरी मिर्च की बिक्री अधिक मात्रा में किया है और कुछ हल्की क्वालिटी लालमिर्च किसानों ने खेतों में ही फसल को निकाल दिया है, लेकिन वर्तमान वर्ष दोनों ही राज्यों में बंपर उत्पादन और अच्छे क्वालिटी के माल की आवक से राजस्थान, मध्यप्रदेश, दिल्ली, हरियाणा जैसे राज्यों को सप्लाई होने से आंध्र के माल की मांग कमजोर रही। वर्तमान वर्ष देश में अनुकूल मौसम अच्छी वर्षा होने की संभावना है, इसके बावजूद दक्षिण भारत के सभी राज्यों में किसान लालमिर्च के स्थान पर कपास, मक्का, दलहन जैसे जिंसों की बुवाई के लिये आकर्षित हो रहे है, जिससे बढ़िया किस्मों के माल में अधिक मंदी नहीं आयेगी, लेकिन आगामी नया सीजन बकाया स्टॉक से प्रारंभ होने का अनुमान है। आंध्र के गुंटूर मंडी में पिछले एक सप्ताह में गुंटूर सहित आस-पास लाईन से लगभग 1 लाख 5 हजार बोरी किसानों के माल की आवक में 85 हजार बोरी की बिक्री में सभी किस्मों का व्यापार क्वालिटीनुसार व्यापार हुआ। गुंटूर मंडी यार्ड में एक सप्ताह के दौरान शीतगृहो से दो वर्ष पुराना एवं पिछले सीजन के साथ वर्तमान वर्ष नई फसल से मार्च, अप्रैल के माल की आवक सहित अधिकतर मीडियम, मीडियम बेस्ट किस्मों की लगभग 3 लाख बोरी की आवक में 1 लाख 70 हजार बोरी की बिक्री पर 341, तेजा, 334, सुपर-10 जैसे डीलक्स किस्मों में 200 से 300 रुपये की वृद्धि हुई तथा आरमुर फटकी के लिये अच्छी मांग निकल रही है, जिससे क्वालिटी के अनुसार व्यापार हुआ। पिछले सप्ताह खम्मम मंडी में सोमवार से शनिवार तक 1 लाख 5 हजार 200 बोरी शीतगृहों के माल की बिक्री होने के बाद शनिवार सायंकाल तक बकाया स्टॉक 21 लाख 39 हजार 900 बोरी का रहा, इससे अनुमान है कि आगामी सप्ताह भी लगभग 1 लाख बोरी की बिक्री हो सकती है। पिछले सप्ताह गुंटूर मंडी नॉन एसी तेजा 8000-11,000, अन्य किस्में 7000-9000, तेजा फटकी 5500-6500, साधारण फटकी 3000-5000 रुपये के मूल्य पर व्यापार हुआ। गुंटूर के शीतगृहों से तेजा 11,000-13,500, डीलक्स 13,600-13,800 रुपये, 335 ब्याडगी 10,000-12,500, सिंजेंटा ब्याडगी (5531) किस्म 10,000 -12,000, डीडी 10,000-13,000 रुपये, 2043 ब्याडगी 11,000-13,000 रुपये, 341 किस्म 11,000-13,500, डीलक्स 14,000, नंबर-5 किस्म 11, 000 -13,500 रुपये, 264 क्वालिटी (नं-5 किस्म) 11,000-12,500 रुपये, 273, कुबेरा किस्मे 10,000 -12,500 रुपये, 334, सुपर-10 किस्म 10,000-13,000, आरमुर 9500-10,500, रोमी 11,000-12,500, शार्क-स्पार्क 11, 000-12,000, क्लासिक 9500-10, 500, बंगारम किस्म 10,000 -12,000, बुलेट 10,000-12,500, तेजा फटकी 6500-7500, फटकी 4500-6000 रुपये के मूल्य पर व्यापार हुआ। खम्मम मंडी में 8 से 9 हजार बोरी किसानों के माल की बिक्री पर 9650-9700 तथा 34 से 35 हजार बोरी शीतगृहों के माल की आवक पर तेजा 14,000, मीडियम 13,000-13,500, फटकी 7000-7500, मीडियम 5500 रुपये एवम् वरंगल में 25 से 30 हजार बोरी शीतगृहों के माल की बिक्री पर बढ़िया तेजा 13,000 रुपये, मीडियम 11,000, बढ़िया 341 किस्म 12,500-12,800, मीडियम 10,000, वंडरहाट 14,000-14,500, मीडियम 11,000 रुपये, 5531 किस्म 11,500, दीपिका 13,000, मीडियम 11,500, बढ़िया टमाटा 27,000-28,000, मीडियम 15,000-19,000 रुपये प्रति क्विंटल के मूल्य पर व्यापार हुआ। हैदराबाद में गदवाल, महबूबनगर लाईन से पिछले एक सप्ताह के दौरान 6 से 7 हजार बोरी शीतगृहों के माल की बिक्री पर तेजा 12,000-13,500, सुपर-10 किस्म 11,000-12,000, आरमुर 10,000-12,500 रुपये, 273 किस्म 11,000-12,500 रुपये, 341 किस्म 10,000-14,000 रुपये, 2043 किस्म 11,000-14,000 रुपये, सिंजेंटा 10,000-12,000, तेजा फटकी 5000-8000 रुपये, फटकी 3000-4000 रुपये के मूल्य पर क्वालिटी के अनुसार व्यापार हो रहा है। कर्नाटक के ब्याडगी में गुरुवार को 15 से 16 हजार बोरी शीतगृहों के माल की आवक पर 9 से 10 हजार बोरी की बिक्रई हुई, जिसमें 2043 किस्म 9000-14,000 रुपये, 5531 किस्म 7500-11,000 रुपये डब्बी 15,500-21,000, केडीएल 15,000-19,000 रुपये, डीडी 11,000-11,500 रुपये, 2043 फटकी 3000-3500 रुपये के मूल्य पर व्यापार हुआ।छत्तीसगढ़ के जगदलपुर के शीतगृहों से पिछले एक सप्ताह के दौरान 3 से 4 हजार बोरी की बिक्री पर तेजा 11,500 -13,700, शार्क-1 किस्म 11,000-12,000 रुपये के मूल्य पर व्यापार हुआ।

Updated On: June 23, 2025, 6:04 am
अजवायन बुवाई प्रारंभ

अजवायन बुवाई प्रारंभ हैदराबाद : देश के प्रमुख अजवायन उत्पादक राज्य गुजरात, मध्यप्रदेश, महाराष्ट्र, आंध्र, तेलंगाना में आगामी महीने से अजवायन बुवाई का कार्य प्रारंभ होने का अनुमान है, जिसमें महाराष्ट्र की बुवाई में कमी आ सकती है, लेकिन तेलंगाना में बुवाई सामान्य होने की संभावना है, जबकि आंध्र के कर्नूल, आदोनी और सीमा पर स्थित कर्नाटक में बुवाई पिछले वर्ष के समान हो सकती है।जानकार सूत्रों के अनुसार आगामी जुलाई महीने से स्टॉकिस्टों की बिक्री बढ़ने की संभावना है तथा गुजरात में ग्रीष्मकालीन सीजन की आवक जुलाई अंत तक समाप्त हो सकती है, लेकिन स्टॉकिस्टों के माल की आवक दीपावली तक जारी रहेगी, ऐसी स्थिति में मूल्यों में अधिक तेजी नहीं आयेगी। गुजरात के ऊंझा मंडी में 2000 बोरी की आवक पर एवरेज 8000-9000 , मीडियम 9000-11,000, बढ़िया हरा माल 11,000-13,000, बोल्ड 15,000 -17,000 रुपये तथा जामनगर में बढ़िया 11,500-12,000,एरवेज 5500 -7000, हरा माल 7500-9000, बुरा किस्म 11,500-12,500 रुपये तथा मध्य प्रदेश में प्रतिदिन 2 से 3 हजार बोरी की आवक पर एक्सट्रा बोल्ड किस्म 13,500-14,500, बढ़िया हरा माल 10, 500 -11,500,मीडियम 9000-10,000, मशीन क्लीन 12,500 रुपये, लाल-काला मिक्स 6700-8000, काला एवरेज 6000-6500 रुपये के मूल्य पर व्यापार हुआ।आंध्र के कर्नूल में लगभग 250 से 300 बोरी की आवक पर लाल किस्म 13,000-14,000, सफेद 16,000-17,000 रुपये के मूल्य पर व्यापार हुआ।

Updated On: June 23, 2025, 6:03 am
गुड़ स्टॉक में कमी - तेजी का रुख

गुड़ स्टॉक में कमी - तेजी का रुख हैदराबाद : जानकार सूत्रों के अनुसार देश के प्रमुख उत्पादक राज्यों में गुड़ का स्टॉक तेज-गती से कम हो रहा है और आगामी त्यौहारों के लिये मांग निकलने से बढ़िया किस्मों के मूल्यों में लगभग 100 रुपये प्रति क्विंटल की वृद्धि हुई है तथा अनुमान है कि अगस्त प्रथम सप्ताह तक और भी 200 रुपये की वृद्धि हो सकती है। कर्नाटक के मांड्या, चामराजनगर, शिवमोगा लाईन में साप्ताहिक 80 से 85 मोटर गुड़ की आवक हो रही है एवम् आगस्त अंतिम सप्ताह नया गुड़ तैयार होना प्रारंभ हो जायेगा, जिससे आवक बढ़ सकती है, लेकिन देश की खपत के लिये पर्याप्त नहीं है, इसी प्रकार तमिलनाडु के सेलम, कौंधपाड़ी लाईन के सभी मंडियों में मिलाकर लगभग 40 हजार बोरी की आवक में पूरा माल बिक्री हो रहा है। उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर शीतगृहों में 16 जून तक गुड़ स्टॉक पिछले वर्ष के 11 लाख 23 हजार 110 कट्टे के मुकाबले इस वर्ष 2 लाख 13 हजार 965 कट्टे घटकर 9 लाख 09 हजार 145 कट्टे का रहा, जिसमें चाकू गुड़ 5 लाख 16 हजार 638 के मुकाबले घटकर 4 लाख 25 हजार 330 कट्टे, पापड़ी किस्म 1 लाख 62 हजार 876 के मुकाबले 1 लाख 32 हजार 637 कट्टे, रसकट 39 हजार 104 के मुकाबले 35 हजार 617, खुरपा 10 हजार कट्टे के मुकाबले केवल 5500 कट्टे, चौरस 1 लाख 39 हजार 295 कट्टे के मुकाबले घटकर 1 लाख 30 हजार 288 कट्टे और राबटीन 2 लाख 22 हजार 603 के मुकाबले 1 लाख 79 हजार 323 कट्टे का स्टॉक है। मुजफ्फरनगर में चाकू गुड़ नया 1600-1750, रसकट ढ़य्या 1350-1500, लड्डू नया 1700-1800, खुरपा 1500-1600 रुपये प्रति 40 किलो तथा पापड़ी 3900-4100 रुपये प्रति क्विंटल तथा बेतूल में 400-500 क्विंटल की आवक पर 3550-3931 रुपये एवम् दिल्ली में लड्डू 4400-4500, चाकू 4700-4800, ढ़य्या 4800-5000 रुपये प्रति क्विंटल के मूल्य पर क्वालिटी के अनुसार व्यापार हुआ। पिछले सप्ताह महाराष्ट्र के लातूर के शीतगृहों से 2 से 3 हजार भेली गुड़ की बिक्री पर पीला 4200-4350, मीडियम 4000-4100, लाल-काला मिक्स 3700-3850 रुपये तथा सोलापुर में 5 से 6 हजार भेली की आवक पर 3000-3150 रुपये तथा सांगली में 12 से 15 हजार भेली की आवक पर 3900-4400 रुपये के मूल्य पर व्यापार हुआ। आंध्र के अनकापल्ली में प्रतिदिन 1-2 मोटर शीतगृहों में स्टॉक रखा हुआ माल की आवक पर गुलाबी किस्म 4750-5000, मीडियम 4300-4400, काला माल 3800-3850 रुपये एवं चित्तूर में 4 से 5 मोटर की बिक्री पर सुपर फाईन आर्गानिक 6000-6100, पीला 5100-5200, काला 4150-4200 रुपये के मूल्य पर व्यापार हुआ। हैदराबाद में मांड्या लाईन का 10 किलो बट्टा 5200-5300, सागंली का 4900-5000, एक किलो 4800-4900 रुपये, 500 ग्राम टुकड़ा 4900-5000, महाराष्ट्र लड्डु 4600-4700 रुपये, उत्तरप्रदेश के मंगलूर लड्डू 5100-5200 रुपये के मूल्य पर व्यापार हुआ। कर्नाटक के शिवमोगा में पिछले एक सप्ताह में लगभग 24 से 25 मोटर गुड़ की आवक पर देशी गु़ड़ 4250-4300, मांड्या में 40 से 45 मोटर की आवक पर 3850-4600 रुपये के मूल्य परर व्यापार हुआ। तमिलनाडु के सेलम मंडी में 10 हजार बोरी गुड़ की आवक पर सफेद किस्म 1460-1480, पीला 1440-1460, लाल 1400-1420 रुपये तथा पिलिकेलीपालयम में 8 से 9 हजार बोरी की आवक पर सफेद 1340-1360, पीला 1320-1340, लाल 1300-1320 रुपये,चित्तौड़ में 7 से 8 हजार बोरी की आवक पर सफेद 1360-1380, पीला 1330-1350, लाल 1300 1320 रुपये के मूल्य पर व्यापार हो रहा है।

Updated On: June 23, 2025, 6:03 am
मेथी स्थिर

मेथी स्थिर नीमच : वर्तमान वर्ष उत्पादन में वृद्धि और स्टॉकिस्टों की कमी से सीजन प्रारंभ से अब-तक मूल्यों में वृद्धि नहीं हुई है एवम् अनुमान है कि खरीफ सीजन की बुवाई के बाद स्टॉकिस्ट किसानों के माल की आवक बढ़ सकती है, जिससे देश के किराणा व्यापारी बिक्री के अनुसार खरीदी कर रहे है, जिससे मूल्यों में अधिक तेजी-मंदी नहीं हो रही है।मध्यप्रदेश के नीमच मंडी में प्रतिदिन लगभग 1000 से 1500 मेथी की आवक पर 4800-5500 रुपये तथा जावरा में 1000 से 1200 बोरी की आवक पर 4600-5100, मंदसोर में 700-800 बोरी की आवक पर एवरेज 4600-4800, मीडियम 4800-4900, बढिया 5500-6500 रुपये के मूल्य पर क्वालिटी के अनुसार व्यापार हुआ।राजस्थान के रामगंजमंडी, कोटा, नोखा लाईन में मिलाकर एक सप्ताह में 5 से 6 हजार बोरी की आवक पर एवरेज 4200-4250, मीडियम 4500-4700, बढ़िया माल 5800-6000 रुपये एवं गुजरात के राजकोट में 5 से 6 हजार बोरी की आवक पर एवरेज 4100-5000, मीडियम 5050-5850, बढ़िया किराणा किस्म 5900-6350 रुपये के मूल्य पर क्वालिटी के अनुसार व्यापार हुआ।

Updated On: June 23, 2025, 6:02 am
हल्दी में कमजोर ग्राहकी

हल्दी में कमजोर ग्राहकी हैदराबाद : एनसीडीईएक्स पर पिछले दो सप्ताहों के दौरान जून वायदा में लगभग 500 रुपये की गिरावट हुई है तथा पिछले सोमवार को दो सप्ताह पूर्व के 14,520 के मुकाबले घटकर 14,098 रुपये खुलने के बाद शुक्रवार तक 108 घटकर 13,990 रुपये पर समाप्त हो गया, जबकि अगस्त वायदा 250 घटकर 14,320 रुपये, अक्टूबर वायदा 110 बढ़कर 14,600 रुपये पर बंद हुआ। निजामाबाद में पिछले सप्ताह लगभग 8 से 9 हजार बोरी की आवक पर काडी 13,000-14,000, पॉलीश काड़ी 14,400-14,500, गठ्ठा 12,000 -12,500, पालीश गट्ठा 13,500-13,700 रुपये और वरंगल में पिछले एक सप्ताह में 3 से 4 हजार, केसमुद्रम में 2 से 3 हजार बोरी की आवक पर काड़ी 10,100-12,200, गट्ठा 10,150-11,000 रुपये तथा सदाशिवपेट, विकाराबाद लाईन में काड़ी, गट्ठा 10,200 -10,800 रुपये एवम् दुग्गिराला में 700 से 800 बोरी की आवक पर काड़ी तथा गट्ठा मीडियम 9500-9800 रुपये के मूल्य पर व्यापार हुआ। पिछले सप्ताह महाराष्ट्रके हिंगोली में 20 से 22 हजार,बसमतनगर में 15 से 16 हजार, नांदेड़ में 7 से 8 हजार बोरी की बिक्री पर काड़ी 12,000-13,000, गट्ठा 11,400-12,500 रुपये, सांगली में 5 से 6 हजार बोरी की आवक पर राजापुरी काड़ी 13,500-15,000, गट्ठा 12,500 -13,000, लगड़ी 16, 000-16,500 रुपये के मूल्य पर व्यापार हुआ। पिछले सप्ताह के दौरान तमिलनाडु के ईरोड़ में लगभग 12 से 13 हजार बोरी की आवक पर काड़ी 9122-14,568, गट्ठा 8209-13,039, पेरुंदुरै में काड़ी 8155-13,839, गट्ठा 7219-12,879, गोपीचेट्टीपालयम में काड़ी 12,512-13,199, गट्टा 11,601-12,402 रुपये एवं ओड़ीशा के बेहरामपूर में काड़ी 11,300, पालीश काड़ी 12,200 रुपये के मूल्य पर व्यापार हुआ।

Updated On: June 23, 2025, 6:01 am
इलायची में तेजी का रुख

इलायची में तेजी का रुख कोच्चि : व्यापारिक सूत्रों के अनुसार नया सीजन प्रारंभ होने के लिये लगभग दो महीने का समय बाकी है और दक्षिण भारत के उत्पादकों का लगभग माल बिक्री हो गया है तथ देश के अन्य खपत वाले राज्यों में वर्षा कालीन मौसम प्रारंभ होते ही ग्राहकी निकल रही है तथा बड़े स्टॉकिस्टों का माल लगभग बिक्री हो गया है, जिसके कारण पिछले दो सप्ताह से मूल्यों में मजबूती का रुख रहा तथा उत्तर भारत के बड़े खरीददार नीलामी केंद्रों से आवश्यकता के अनुसार खरीदी कर रहे हैं, जिससे नीलामी केंद्र पर आवक का अधिकांशतः माल बिक्री हो रहा है। पिछले सप्ताह दक्षिण भारत के नीलामी केंद्रों पर सोमवार से शनिवार तक एक सप्ताह में 3 लाख 7 हजार 806 किलो की आवक में 2 लाख 95 हजार 572 किलो की बिक्री में मंगलवार को एवरेज क्वालिटी का मूल्य 2315 रुपये किलो रहा, जो शनिवार को बढकर 2565 रुपये और बढिया क्वालिटी का माल मंगलवार को 2846 रुपये पर व्यापार होने के बाद शनिवार तक बढकर 3149 रुपये तक पहुंच गया, लेकिन उत्पादक क्षेत्रों के व्यापारियों का अनुमान है कि आगामी सप्ताह के प्रारंभ में मंदी और अंतिम दिनों में तेजी का रुख रह सकता है।

Updated On: June 23, 2025, 6:01 am
मक्का रिकार्ड बुवाई की संभावना

मक्का रिकार्ड बुवाई की संभावना हैदराबाद : गुजरात के कृषि विभाग द्वारा जारी रिपोर्ट के अनुसार वर्तमान खरीफ सीजन में 16 जून तक राज्य में मक्का की 114 हेक्टर के मुकाबले 75 हेक्टर पर हुई है तथा कर्नाटक कृषि विभाग के अनुसार 13 जून तक राज्य में मक्का बुवाई पिछले वर्ष के 5 लाख 68 हजार हेक्टर के मुकाबले बढकर 6 लाख 37 हजार 600 हेक्टर पर हो गई है और बुवाई का काम तेजी से हो रहा है, इसके अतिरीक्त महाराष्ट्र, आंध्र, तेलंगाना, गुजरात, महाराष्ट, मध्यप्रदेश और राजस्थान उत्तर प्रदेश के खरीफ सीजन के लिए बुवाई में वृद्धि की संभावना है और वर्तमान उत्तर प्रदेश के एटा, मैनपुरी, कन्नोज, अलीगढ़ , जहांगिराबाद लाईन में इस वर्ष ग्रीष्मकालीन बुवाई अधिक हुई है तथा सभी मंडियो में मिलाकर दैनिक 50-55 हजार बोरी नये माल की आवक पर 1900-2100 रुपये लोकल लूज और मध्य प्रदेश के छिदवाडा , खंडवा, खरगोन लाईन में 8-10 हजार बोरी की आवक पर 2000-2150 और छत्त्ीासगढ़ के बस्तर, कोंडागॉव नारायणपुर एवं सीमा पर स्थित ओडिशा में नये माल की आवक प्रारंभ हो गई है और सभी मंडियो में मिलाकर 6-7 हजार बोरी की आवक पर 2100-2200 रुपये के मूल्य पर व्यापार हो रहा है। व्यापारिक सूत्रो के अनुसार वर्तमान वर्ष उत्पादन में वृद्धि और समर्थन मूल्यो के मुकाबले बाजार मूल्य कम रहने के बावजूद आगामी खरीफ सीजन में रिकार्ड उत्पादन होने का अनुमान है। पूर्वी भारत के आसाम, बंगाल, बिहार, झारखंड राज्यो में मिलाकर दैनिक 70-75 हजार बोरी की आवक पर लोकल मंडियो में 1900-2000 रुपये और बढ़िया माल 2100-2200 रुपये के मूल्य पर लोकल लूज व्यापार हो रहा है।कर्नाटक के चेल्लाकेरे, दावणगेरे, कुष्ठगी, बल्लारी लाईन में साप्ताहिक 40 से 45 हजार बोरी की आवक पर 2000-2300 रुपये, सालुरु, पार्वतीपुरम्, चीपुरुपल्ली, विजयनगरम् लाईन में 2100 -2150, हनुमानजंक्शन, मंडापेटा पोलट्री डिलेवरी 2300-2350 रुपये के मूल्य पर व्यापार हुआ। आंध्र के अनंतपुर जिले में प्रतिदिन 22 से 25 मोटर की आवक पर 2200-2300 रुपये के मूल्य पर व्यापार होकर बंगलूर, चित्तूर के लिये लदान हो रहा है। तेनाली, चीराला, गुंटूर नरसरावपेट लाईन से प्रतिदिन 15 से 16 हजार बोरी नये मक्का की आवक पर बढ़िया माल 2300, एवरेज 2250 रुपये एवं वेगन बिल्टी 2270 के मूल्य पर व्यापार होकर नामाक्कल के लिए लदान हो रहा है।

Updated On: June 23, 2025, 5:56 am
मध्य प्र.में सरकार की मूंग खरीदी

मध्य प्र.में सरकार की मूंग खरीदी हैदराबाद : केंद्रीय कृषि तथा किसान कल्याण विभाग की रिपोर्ट के अनुसार वर्तमान वर्ष खरीफ सीजन के दौरान देश में मूंग की बुवाई प्रारंभ हो गई है तथा बुवाई का कार्य तेजी से हो रहा है। कर्नाटक के कृषि विभाग के राज्य में बुवाई पिछले वर्ष के 2 लाख 47 हजार 900 हेक्टर के मुकाबले 2 लाख 54 हजार 600 हेक्टर एवं गुजरात केे कृषि विभाग के अनुसार 16 जून तक बुवाई पिछले वर्ष के इसी समान अवधि के 31 हेक्टर के मुकाबले 57 हेक्टर में हुई है। एक रिपोर्ट के अनुसार उत्तरी कर्नाटक में मई अंत और जून के प्रारंभ में भारी वर्षा से धारवाड़, हावेरी लाइनों में मूंग की खड़ी फसलों पर प्रभाव पड़ा, इसके साथ खेतों पानी जमा रहने से एक सप्ताह बाद किसान बुवाई कर सकते हैं। मध्य प्रदेश, हरियाणा, उत्तर प्रदेश जैसे राज्यों में सरकारी मूंग की खरीदी प्रारंभ हो गयी है, जिससे इस समय तमिलनाडु के लिये मध्य प्रदेश के मूंग का व्यापार नही हो रहा है, लेकिन पिपरिया लाइन की मूंग दाल मोटर बिल्टी 8900-9300 रुपये, जयपुर, बिकानेर लाइन की 9200-9300 रुपये के मूल्य पर व्यापार हो रहा है तथा अधिकतम दाल मिलें मूंग दाल खरीददार बिक्री कर रही हैं। पिछले सप्ताह आंध्र लाइन का सादा मूंग चेन्नई डिलेवरी 7500-7600 रुपये, राजकोट लाइन का चमकी 8600 रुपये के मूल्य पर व्यापार हुआ। व्यापारिक सूत्रों के अनुसार आगामी अगस्त प्रथम सप्ताह तक कर्नाटक में नये मूंग की आवक प्रारंभ हो जाएगी, जिससे स्टॉकिस्ट सामने नही आ रहे हैं तथा तुवर दाल के मूल्यों को देखते हुए, मूंग दाल में अधिक तेजी नही आयेगी, क्योंकि सितंबर महीने से देश के अन्य राज्यों में एवं अक्टूबर मध्य तक राजस्थान से नये मूंग की सप्लाई प्रारंभ हो जाएगी। मध्य प्रदेश के जबलपुर, हरदा, होशंगाबाद, रतलाम और आस-पास की लाईनो की सभी लोकल मंडियो में मिलाकर दैनिक 40-45 हजार बोरी की आवक हो रही है, लेकिन सरकारी खरीदी के कारण किसान माल की जल्दी बिक्री नही कर रहे हैं, लेकिन लोकल में 5700-7700 रुपये, इंदौर डिलेवरी 6700-7400 रुपये, गुजरात के राजकोट में दैनिक 3-4 हजार बोरी की आवक पर 6500-7500 रुपये, उत्तर प्र.के झांसी, जालौन लाइन की मंडियों मे 500-700 बोरी की आवक पर 6500-7000 रुपये, उरई में 2000-2500 बोरी की आवक पर 6000-6900, महोबा में 6000 -6700 रुपये के मूल्य पर व्यापार हुआ। महाराष्ट्र के लातुर, सोलापुर, जालना लाईन में 6000-7500 रुपये एवं राजस्थान के जोधपुर में मूंग 6100-7050, मूंग मोगर 9350 रुपये, मोठ 4200-4900 रुपये तथा जयपुर में मूंग 6800-7200 तथा मूंग दाल 8400-9000 रुपये के मूल्य पर क्वालिटी के अनुसार व्यापार हो रहा है।

Updated On: June 23, 2025, 5:55 am