कर्नाटक गुड़ में तेजी का रुख हैदराबाद : व्यापारिक सूत्रो के अनुसार भारी गर्मी से कर्नाटक महाराष्ट्र आंध्र में गन्ना सूखने से रिकवरी में मकी के कारण चीनी मिलो में माल तैयार करने का काम समाप्त हो गया है और गुड़ तैयार करने के लिए समय पर मजदूर नही मिलने से गुड़ उत्पादन प्रभावित हो रहा है तथा देश में राम नवमी, हनुमान जयंती के लिए अच्छी मांग निकल रही है और मूजफ्फरनगर कोल्ड स्टोरेज में 31 मार्च तक स्टॉक पिछले वर्ष के मुकाबले लगभग 2 लाख कट्टे कम रहने से और उत्पादन धिमी गती से होने के कारण स्टॉकिस्ट बिक्री बहुत कम मात्रा में कर रहे है, क्योंकि जूलाई तक गुजरात, राजस्थान, पंजाब और कोलकाता लाईन मे सीजन के दौरान किया गया स्टॉक में कमी आएगी तथा आगे त्यौंहारो का सीजन रहेगा जिससे गुड़ में 250-300 रुपये तेजी का रुख रहा। मुजफ्फरनगर में पिछले सप्ताह 18 से 20 हजार कट्टे गुड़ की आवक पर चाकू गुड़ 1400-1600, रसकट 1250 -1300, लड्डू 1500-1570, खुरपा 1400-1425 रुपये प्रति 40 किलो तथा पापड़ी 3600-3700 रुपये प्रति क्विंटल एवम् हापुड़ में एक सप्ताह में 14 से 15 मोटर की आवक पर बाल्टी गुड़ 1320-1400 रुपये के मूल्य पर व्यापार हुआ। कर्नाटक के मांडयाँ में साप्ताहिक 10 से 12 मोटर की आवक पर लाल किस्म 4800, सिंगल फिल्टर 4900, डबल फिल्टर 5000 रुपये, चौरस 5100 रुपये तथा शिवमोगा में कामगारों की कमी से मंडी बंद रही एवं महालिंगपूर में 2 से 3 मोटर की बिक्री पर पीला 4100-4250, सफेद 4300-4400 रुपये के मूल्य पर व्यापार हुआ। महाराष्ट्र के लातूर में पिछले सप्ताह 12 से 13 हजार, सोलापुर में 7 से 8 हजार, सांगली में 6 से 7 हजार और कोल्हापुर में 30 से 35 हजार भेली की आवक पर कोल्हापुर 4000-4600 रुपये एवं लातुर, सोलापुर, सांगली में लाल-काला मिक्स 3300-3400, पीला 4000-4100, मीडियम 3500 -3600, सफेद 4150 -4250 रुपये के मूल्य पर व्यापार हुआ। मध्य प्रदेश के बेतुल, छिंदवाड़ा लाईन में साप्ताहिक 10 से 12 मोटर की आवक पर बढ़िया 3450-3540, मीडियम 3200-3250 रुपये के मूल्य पर व्यापार हुआ।आंध्र के अनकापल्ली में पिछले सप्ताह 18 से 20 हजार भेली गुड़ की आवक पर बढ़िया गुलाबी किस्म 4200-4250, मीडियम 3900-3950, काला माल 3050-3060 एवं चित्तूर में 18 से 20 मोटर की बिक्री पर सुपर फाईन किस्म 4850-4900, पीला 4500-4600, काला माल 3900 रुपये के मूल्य पर व्यापार हुआ। हैदराबाद में मांड्या लाईन का 10 किलो पैकिंग 5000-5100, बट्टा 5600 -5700, सागंली का 4900-5000, एक किलो 4700-4800 रुपये, 500 ग्राम टुकड़ा 4800-4900, महाराष्ट्र और मंगलूर लड्डु 4400-4500 रुपये के मूल्य पर व्यापार हुआ।मुजफ्फरनगर शीतगृहों में 31 मार्च तक कुल स्टॉक पिछले वर्ष के इसी समान अवधि के 10 लाख 74 हजार 005 कट्टे के मुकाबले 2 लाख 01 हजार 289 कट्टे घटकर 8 लाख 72 हजार 716 कट्टे का हुआ, जिसमें चाकु 4 लाख 93 हजार 981 कट्टे के मुकाबले घटकर 3 लाख 95 हजार 500 कट्टे तथा पपड़ी का 1 लाख 53 हजार 543 के मुकाबले 1 लाख 25 हजार 833 कट्टे, राबटीन का 2 लाख 16 हजार 504 कट्टे के मुकाबले 1 लाख 83 हजार 783 कट्टे, चौरस 1 लाख 23 हजार 581 के मुकाबले 1 लाख 29 हजार 058 कट्टे तथा रसकट 37 हजार 157 के मुकाबले घटकर 29 हजार 197 कट्टे, खुरपा किस्म का 14 हजार 035 कट्टे के मुकाबले 8 हजार 988 कट्टे का हुआ है। तमिलनाडु के सेलम में 10 हजार बोरी की आवक पर सफेद 1430-1450 रुपये पीला 1410-1430, लाल 1400-1420, पिलिकेलिपालयम में 8 हजार बोरी की आवक पर सफेद 1350-1380 रुपये पीला 1320-1340, लाल 1280-1300, चित्तौड़ में 7 हजार सफेद 1400-1420 रुपये पीला 1380-1400, लाल 1360-1380 रुपये तथा 4 हजार पाउडर गुड़ की आवक पर 1350-1380, कौधपाड़ी में 4 हजार बोरी की आवक पर 1350-1400 रुपये के मूल्य पर व्यापार हुआ।
Updated On: April 7, 2025, 6:38 amलालमिर्च की लगातार आवक जारी -किसानों का माल शीतगृहो में ? गुंटूर : जानकार सूत्रो के अनुसार दक्षिण भारत की सभी मंडियो में मिलाकर साप्ताहिक 7 लाख बोरी से अधिक आवक और स्टॉकिस्टो की कमी तथा कारखानेदारो की सामान्य खरीदी से मूल्यो में गिरावट के कारण बड़े किसान शीतगृहो में स्टॉक कर रहे है तथा अनुमान है कि अप्रैल पुरा महीना माल की आवक रहेगी तथा अनुमान हैकि आगामी सीजन 2025-26 के लिए बुवाई पर प्रभाव पड़ सकता है, क्योंकि आगामी दिनो उत्तर प्रदेश, पंजाब में नये माल की आवक तथा गुजरात के माल की सप्लाई और जून से बाहरी राज्यो के शीतगृहो में स्टॉक करने वाले व्यापारियो की बिक्री तथा अक्टूबर से मध्य प्रदेश में नया सीजन प्रारंभ होता है। पिछले सप्ताह गुंटूर में कर्नूल, एम्मिगनूर, प्रकाशम, गुंटूर, पलनाडु, कृष्णा, भद्राद्री कोत्तागुड़ेम् और नलगोंडा तथा कर्नाटक के रायचूर, बल्लारी, सिंधनूर लाईन से लगभग 5 लाख 60 हजार बोरी लालमिर्च की आवक पर हुई , जिसमें मीडियम, मीडियम बेस्ट 80 प्रतिशत और 20 प्रतिशत डीलक्स किस्मो की आवक में भद्राद्री कोत्तागुड़म से डीलक्स 341 बेस्ट क्वालिटी की आवक अधिक हो रही है तथा गुंटूर मंडी यार्ड में एक सप्ताह में 5 लाख बोरी की बिक्री में सभी किस्मो की मीडियम, मीडियम बेस्ट तथा फटकी एवं पाला किस्मों में 500 रुपये प्रति क्विंटल की गिरावट होकर क्वालिटी के अनुसार व्यापार हुआ। मूल्यों में भारी कमी एवं अधिक गर्मी के कारण कामगारों की समस्या को देखते हुए कुछ किसान अंतिम तुराई वाली फसल की कटाई में दिलचस्पी नहीं ले रहे है। व्यापारिक सूत्रों के अनुसार खम्मम शीतगृहो में शनिवार तक 19 लाख 92 हजार बोरी का स्टॉक हुआ, इसके अतिरीक्त मूल्यों में भारी कमी एवं अधिक गर्मी के कारण कामगारों की समस्या को देखते हुए कुछ किसान और व्यापारी माल बिक्री के बजाय गुंटूर एवं आंध्र के अन्य जिलो के शीतगृहो में माल का स्टॉक तेज गती से कर रहे है। गुंटूर में तेजा 9000-12,800 रुपये, डीलक्स 13,000, अधिकतर माल 11,000-12,500, डीडी 10,000-12,000 रुपये, 341 तथा नं-5 किस्म 10,000-13,000 रुपये, 273, कुबेरा 10,000-12,000 रुपये, 334, सुपर-10 किस्म 8000-12,000, डीलक्स 12,500-13,000, आरमुर 8000-10,000, सुपीरियर डिलक्स 10,200, शार्क-स्पार्क 8000-10,500 रुपये, डीलक्स 11,000, रोमी 9500-11,500 रुपये, 355 ब्याडगी 10,000-12,500, सिंजेंटा ब्याडगी 5531 किस्म 7500-11,500 रुपये, 2043 ब्याडगी 10,000-12,500, बंगारम 9000-11,500, बुलेट 10,000-12,500, डीलक्स 13,000, क्लासिक 7000-9000, डीलक्स 9500, सीड़ मीडियम 7000-9500, तेजा फटकी 5500-6500, डीलक्स लालकट 6600-7200, साधारण फटकी 3500-6000 रुपये के मूल्य पर व्यापार हुआ। खम्मम पिछले सप्ताह के दौरान 2 लाख 10 हजार बोरी लालमिर्च की आवक पर बढ़िया तेजा 13,300, मीडियम 12,500-13,000 रुपये, फटकी 5500 रुपये एवम् वरंगल मेेंं 1 लाख 40 हजार बोरी की आवक पर बढ़िया तेजा 12,500-12,900, मीडियम 11,000 रुपये, बढ़िया 341 किस्म 11,000-11,200, मीडियम 10,000 रुपये, वंडरहाट बेस्ट 13,800 -14,000, मीडियम 12,000 रुपये, 5531 किस्म 9500, दीपिका बेस्ट किस्म 12,500, मीडियम 10,500, बढ़िया टमाटा किस्म 26,000-26,500, मीडियम 18,000, सिंगलपट्टी 23,000 रुपये के मूल्य पर क्वालिटी के अनुसार व्यापार हुआ। हैदराबाद मेेंं एक सप्ताह में लगभग 25 हजार बोरी की आवक पर महबूबनगर, गदवाल लाईन की तेजा 8000-11,000, सुपर-10 किस्म 7000-10,000, आरमुर 7000-10,000 रुपये और 341 किस्म 9000-11,000 रुपये, सी-5 किस्म 10,000-11,000, डीडी 11,000-12,000 रुपये, 2043 किस्म 10,000-12,000 रुपये, सिंजेंटा किस्म 7000-9000 रुपये, 273 किस्म 9000-10,300, तेजा फटकी 4000-6000, साधारण फटकी 2000-4000 रुपये के मूल्य पर क्वालिटी के अनुसार व्यापार हुआ। कर्नाटक के ब्याडगी में गुरूवार व शुक्रवार मिलाकर 2 लाख 45 हजार बोरी नये लालमिर्च की आवक पर ढब्बी डीलक्स 15,000-19,000, बेस्ट 12,000-15,000 रुपये, 5531 किस्म 5000-8000, केडीएल 9000-13,000, मीडियम 3500-5000 रुपये, 2043 किस्म 9000-11,000, डीडी 9000-10,000 रुपये, 334, सुपर-10 किस्म 8000-9500 रुपये, 5531 फटकी 3000-4500 रुपये, 2043 तथा केडीएल फटकी 1700-2500 रुपये के मूूल्य पर व्यापार हुआ सिंधनूर में मंगलवार के दिन 4 हजार बोरी की आवक पर ढब्बी 20,000 रुपये, 2043 किस्म 12,000, सुपर-10 किस्म 10,000 रुपये, 5531 किस्म 9000-9500, साधारण फटकी 1000-2000 रुपये के मूल्य पर व्यापार हुआ। छत्तीसगढ के जगदलपूर में पिछले एक सप्ताह के दौरान 10 से 12 हजार बोरी की आवक पर तेजा 11,500-12,500 रुपये, शार्क -1 किस्म 10,000-11,500, तेजा फटकी 6000 -6500 रुपये के मूल्य पर व्यापार हुआ।
Updated On: April 7, 2025, 6:38 amहल्दी में तेजी की लहर हैदराबाद : जामकार सूत्रो के अनुसार वर्तमान वर्ष महाराष्ट्र के हल्दी फसल उतारा में 20 - 30 प्रतिशत की कमी आने से और आंध्र के गुंटूर जिले में फसल बुवाई के बाद भारी वर्षा से फसल को लगभग 25 प्रतिशत का नुकसान होने से निजामाबाद लाईन के बड़े किसान माल की बिक्री नही कर रहे है एव कुछ किसानो ने सीजन प्रारंभ से ही सांगली जैसी बड़ी मंडियो में नये माल की बिक्री एवं हल्दी का अप्रैल वायदा 13800 रुपये पर पहुंचने के बाद एडवांस में विक्रेताओ की खरीदी से मूल्यो में लगातार तेजी के कारण हाजीर मंडियो में तेजी का रुख रहा, जबकी महाराष्ट्र के नांदेड से वाशिम तक एवं विकाराबाद, सदाशिवपेट, वरंगल लाईन में खुदाई का काम हो रहा है तथा आगामी सप्ताहो में आवक बढ़ने की संभावना है, क्योंकि वर्तमान मूल्यो पर किसान माल की बिक्री तेज गती से कर सकते है। जानकार सूक्षो के अनुसार वायदा मूल्यो में कमी के समय मंदी आ सकती है और वायदा मूल्यो कमी नही होती है, तो तेजी का रुख रहेगा, लेकिन पुरा वर्ष हल्दी स्टॉकिस्टो के लिए लाभदायक माना जा रहा है तथा भविष्य में मंदी के बाद 3000 से 3500 रुपये की तेजी आ सकती है। पिछले सप्ताह वायदा सहित हाजिर मूल्यो में 1000 से 1500 रुपये की वृद्धि होकर एनसीडीईएक्स पर सोमवार को अप्रैल वायदा 13,470 रुपये खुलने के बाद शुक्रवार तक 1630 रुपये बढकर 15,100 रुपये और मई वायदा 1562 बढकर 15,202 रुपये पर बंद हुआ। पिछले सप्ताह तेलंगाना के प्रमुख उत्पादक केन्द्रों पर मिलाकर 80-85 हजार बोरी, महाराष्ट्र में 1 लाख 50 हजार, तमिलनाडु में 30 से 32 हजार, आंध्र में 7-8 बोरी, ओडिशा में 4-5 हजार बोरी मिलाकर लगभग 2 लाख 80 हजार बोरी की आवक पर लगभग माल बिक्री होकर बाहरी राज्यो के साथ शीतगृहो में स्टॉक हो रहा है। तेलंगाना के निजामाबाद में पिछले एक सप्ताह के दौरान 65 हजार बोरी नये माल की आवक पर 1500 रुपये बढकर काडी 12,000-14,500, पॉलीश काड़ी 15,700-15,800, गठ्ठा 11,000-13, 700 रुपये, पालीश गट्ठा 15,300-15,400 रुपये तथा मेटपल्ली में 7 से 8 हजार बोरी की आवक पर काड़ी 11, 000-14,600, गट्ठा 10,000-13, 500, केसमुद्रम में 80 से 100 बोरी की आवक पर काड़ी 11,000, गट्ठा 10,000 रुपये एवम् आंध्र के दुग्गिराला में 1000 बोरी नये माल की आवक पर काड़ी 12,800-13,100, गट्ठा 12,200-12,700 रुपये के मूल्य पर व्यापार हुआ। महाराष्ट्र के हिंगोली में गुरूवार व शुक्रवार मिलाकर 17 से 18 हजार बोरी की आवक पर काड़ी 14,200-16,000 ,गट्ठा 13,800-14,400, बसमतनगर में 28 से 30 हजार बोरी की आवक पर बढिया काड़ी 15,000-17,000, मीडियम 13,500-14,000, बढिया गट्ठा 14,000-16,000, मीडियम 12, 500-13,500 रुपये और सांगली में 80 से 85 हजार बोरी की आवक पर बढिया काड़ी 16,000-16,200, मीडियम 14, 500-15,000, लगडी किस्म 17,500 -18,000, गट्ठा 14,000-15,000 रुपये तथा नांदेड़ में 14 से 15 हजार बोरी की आवक पर काड़ी 14,000-15,000, गट्ठा 14,000-14,500 रुपये एवं ओड़ीशा के बहरामपूर में साप्ताहिक 800 से 1000 बोरी की आवक पर काड़ी 11,500, पालीश काड़ी 12,000 रुपये प्रति क्विंटल के मूल्य पर व्यापार हुआ।
Updated On: April 7, 2025, 6:37 amजीरा वायदा पर तेजी के धमाके हैदराबाद : व्यापारिक सूत्रो के अनुसार पिछले सप्ताह गुजरात, राजस्थान की सभी छोटी बड़ी मंडियो में मिलाकर अनुमानित 3 लाख 60 बोरी की आवक के बावजूद हाजीर सहित वायदा मूल्यो पर तेजी के धमाके जारी रहे और किसान फसल कटाई तेजी से कर रहे है, जिससे अनुमान हैकि 15 मई तक माल की लगातार आवक रहेगी। पिछले सप्ताह खपत केन्द्रोें पर मांग बढने से जीरा के मूल्यों में 700 से 800 रुपयेे और वायदा बाजार 1000 से 1100 रुपये की वृद्धि हुई। पिछले सप्ताह एनसीडीईएक्स पर सोमवार के दिन जीरा का अप्रैल वायदा 22,315 रुपये खुलने के बाद शुक्रवार तक 1135 रुपये बढ़कर 23,450 रुपये एवं मई का 1170 रुपये ़बढ़कर 23,685 रुपये और जून वायदा 1020 रुपये बढकर 23,840 रुपये पर बंद हुआ। गुजरात के ऊंझा में साप्ताहिक 2 लाख 30 हजार बोरी की आवक पर एवरेज 18,200-18,700, मीडियम 20,200-21,200, बढ़िया माल 21,700-22,250 रुपये तथा राजकोट में 15 से 18 हजार बोरी की आवक पर एवरेज 20,500-20,750, मीडियम 20,800-21,250, बढिया 21,250-21,750, युरोपीयन किस्म 21,750-22,000, किराणा क्वालिटी 22,000-22,250 रुपये,1500 से 2000 बोरी पुराने माल की आवक पर मीडियम 20, 000 -21000, मीडियम बेस्ट 21,000 -21,375 रुपये और गोंडल में 10 हजार बोरी की आवक पर 20,000-22,500 रुपये के मूल्य पर व्यापार हुआ। राजस्थान के मेड़ता में साप्ताहिक 30 से 35 हजार बोरी की आवक पर नमी वाला माल15,000-17,500, मीडियम 18, 500 -19,000, बढ़िया जीरा 21,000-22,500 रुपये और जोधपुर में 25 से 26 हजार बोरी की आवक पर एवरेज 19,500-20.000, मीडियम 20,700-21,500, बढिया 22,800-24,200 रुपये के मूल्य पर व्यापार हुआ।
Updated On: April 7, 2025, 6:34 amधनिया में तेजी का रुख हैदराबाद : पिछले सप्ताह देश के सभी उत्पादक राज्यो में मिलाकर एक सप्ताह मे ंलगभग 7 लाख बोरी धनिया की आवक हुई और मूल्य पिछले वर्ष के मुकाबले अधिक रहने से किसान तेज गती से माल की बिक्री कर रहे है और वायदा मूल्यो में मजबूती तथा मसाला पिसाई कारखानेदारो की खरीदी से लगभग 150 से 200 रुपये की वृद्धि हुई। पिछले सप्ताह राजस्थान में लगभग 1 लाख 35 हजार बोरी, मध्यप्रदेश में 2 लाख 20 हजार बोरी, गुजरात में 2 लाख 80 हजार बोरी मिलाकर लगभग 6 लाख बोरी से अधिक की आवक हुई है।एनसीडीईएक्स पर धनिया का अप्रैल वायदा सोमवार को 7858 रुपये खुलने के बाद शुक्रवार तक 82 रुपये बढ़कर 7940 रुपये और मई वायदा 40 रुपये बढ़कर 8000 रुपये पर बंद हुआ। रामगंजमंडी में पिछले सप्ताह 85 से 90 हजार बोरी, बारन में 4 से 5 हजार, कोटा में 10 से 15 हजार एवं अन्य मंडियो में अनुमानित 20 से 25 हजार बोरी की आवक पर नया बादामी 6700-6800, ईगल 7200-7500, स्कूटर किस्म 7600-7900, मीडियम हरा 8500-9500, बढ़िया हरा 10,000-11,000 रुपये के मूल्य पर व्यापार हुआ। मध्य प्रदेश के नीमच में साप्ताहिक 18 से 20 हजार बोरी, कुंभराज में 85 से 90 हजार, गुना में 75 से 80 हजार बोरी और बीनागंज, मधुसुदनगढ़, मंदसोर और अन्य छोटी मंडियों में मिलाकर लगभग 25 से 30 हजार बोरी की आवक पर नमी वाला 5500-6200, बादामी 6800-7000, ईगल 7200-7500 तथा स्कूटर 7600-8300 रुपये, हरा माल 9200-10,500, बारिक हरा माल 12,500-14,000 रुपये के मूल्य पर क्वालिटी के अनुसार व्यापार हुआ। गुजरात के गोंडल में साप्तााहिक लगभग 2 लाख बोरी, राजकोट में 30 से 35 हजार, जूनागढ़. जामनगर, जामजोधपुर, हलवड़ और आस-पास की मंडियों में मिलाकर 35 से 40 हाजर बोरी धनिया की आवक पर ईगल 7000 -7250, ईगल प्लस 7300-7400, स्कूटर 7500-7600, कलर वाला 8500 -10,000 रुपये के मूल्य पर क्वालिटी के अनुसार व्यापार हुआ। आंध्र के ओंगोल में नया बादामी धनिया 3625 रुपये, ईगल 3675 रुपये, स्कूटर 3775 रुपये तथा शीतगृहों का बादामी 3600 रुपये (प्रति 40 किलो) के मूल्य पर व्यापार हुआ।
Updated On: April 7, 2025, 6:33 amअनाज, दलहन, तिलहन उतारा में वृद्धि नई दिल्ली : केंद्रीय कृषि और किसान कल्याण राज्य मंत्री रामनाथ ठाकुर ने पिछले सप्ताह लोकसभा में लिखित जबाव में कहा कि पिछले 8 वर्षों में कृषि उत्पादकता (उतारा) में अनाज का फसल उतारा में 16.63 प्रतिशत, दलहन में 12.23 और तिलहन में 9.96 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। वर्ष 2016-17 में अनाजों का प्रति हेक्टर औसत उतारा 2525 किलो था, जो 2023-24 में बढकर 2945 किलो हो गया तथा दलहन का उतारा 785 किलो से बढकर 881 किलो और तिलहन का 1195 किलो से बढकर 1314 किलो तक पहुंच गया है। उन्होंने आगे कहा कि 2025-26 के बजट में केंद्र सरकार और राज्य सरकारों की साझेदारी में मप्रधानमंत्री धन धान्य कृषि योजनाफ शुभारंभ करने की घोषणा की गयी, तथा इस योजना के अतंर्गत वर्तमान में कम उतारा वाले 100 जिलों में विशेष कार्यवाही करके उतारा बढाने पर ध्यान केंद्रीत किया जाएगा। कृषि उत्पादकता बढाने के लक्ष्य के अतंर्गत खेती की उपयुक्त विधि, फसल विविधता, पंचायत और ब्लॉक स्तर पर फसल कटाई के बाद उचित स्टोरेज का प्रबंधन, सिंचाई सुविधा में विस्तार और कम अवधि वाले ऋण सुविधा को बढावा दिया जा जा रहा है, जिससे 1 करोड़ 70 लाख किसानों को लाभ मिलने की संभावना है। किसान क्रेडिट कार्ड (केसीसी) के प्रश्न के बारे में जबाव देते हुए केंद्रीय कृषि और किसान कल्याण मंत्री शिवराज सिंह ने कहा कि पिछले कुछ वर्षों से विभिन्न बैकिंग सेक्टर में नॉन-परफॉर्मिंग एसेट्स (एनपीए) में केसीसी की भागीदारी में लगातार कमी आयी है, जिससे संकेत मिल रहा है कि किसानों की आर्थिक स्थिति मे ंसुधार के साथ समय पर ऋण का भुगतान कर रहे हैं। भारतीय कृषि जिंसों पर अमेरिकी टैरिफ लगाये जाने के बारे में प्रश्न पूछे जाने पर केंद्रीय वाणिज्य तथा उद्योग राज्य मंत्री जितेंद्र प्रसाद ने कहा कि सरकार अमेरिकी सरकार से मिलकर द्विपक्षीय व्यापार को बढावा देने के साथ दोनों देशों के पारस्परिक लाभ के लिये लगातार प्रयास कर रही है। दोनों देश पारस्परिक लाभ हेतु मल्टी सेक्टर (एक से अधिक सेक्टर) द्विपक्षीय व्यापार समझौते के लिये निगोशिएशन के लिये प्रतिबद्ध है। वर्तमान में टैरिफ दर में कमी करने और गैर टैरिफ बैरियर्स को हटाने सहित सप्लाई चेन में समन्वयन करने के साथ बाजार में अधिक से अधिक विस्तार के लिये ध्यान केंद्रीत किया जा रहा है।
Updated On: April 7, 2025, 6:28 amमहाराष्ट्र में शिघ्र नई मूंगफली ? हैदराबाद : महाराष्ट्र के परभणी, पुर्णा, हिंगोली, जिंतूर वाशिम लाईन में आगामी 15 दिनों बाद नये ग्रीष्ंकालीन माल की आवक प्रारंभ हो सकती है तथा उत्पादन संतोष जनक होने का अनुमान है। व्यापारिक सूत्रो के अनुसार आगामी दो सप्ताह बाद पूर्वी भारत एवं गुजरात जैसे कुछ राज्यो में ग्रीष्मकालीन फसल की आवक बढ़ सकती है, जिससे मूल्य स्थिर हो गये है।तेलंगाना के अच्चमपेट, महबूबनगर, जडचर्ला लाईन में 10 से 12 हजार बोरी की आवक पर 4000-7080 रुपये क्वालिटी के अनुसार तथा आंध्र के अदोनी, कर्नूल, एम्मिगनूर, अनंतपुर लाईन में साप्ताहिक 35 से 40 हजार बोरी मूंगफली की आवक पर 4800-6400 रुपये तथा मूंगफली दाना चेन्नई डिलेवरी 80/90 काउंट 9450 रुपये, 60/70 काउंट हैदराबाद के लिये 10,100, महा-के लिये 10,300 रुपये, 90-100 काउंट 9100-9200, कल्याणी 7100-7200 रुपये के मूल्य पर व्यापार हुआ। उत्तर प्रदेश के झांसी, महोबा, मौरानीपुर और आस-पास की मंडियो में मिलाकर साप्ताहिक लगभग 12 से 15 हजार बोरी की आवक पर 4200-4700 रुपये के मूल्य पर व्यापार हुआ। मध्य प्रदेश के नीमच, मंदसोर और आस-पास लाईन में एक सप्ताह 15 से 20 हजार बोरी की आवक पर बढ़िया माल 4800-5000, मीडियम 4500-4700, एवरेज 4000-4300, चीन किस्म बढ़िया 4500-5000, मीडियम 4200-4500, हल्का माल 3800-4000 रुपये के मूल्य पर व्यापार हुआ। केसोद में मूंगफली दाना जावा 80/90 काउंट 8200 रुपये, 50/60 काउंट 10,200, बोल्ड 50-60 काउंट 7600 रुपये, 60-70 काउंट 7500 रुपये, 40-50 काउंट 7800 रुपये, 38-42 काउंट 8100, नया टीजे 80-90 काउंट लोकल में 7400 रुपये, 50-60 काउंट 7800 रुपये के मूल्य पर व्यापार हुआ। पिछले सप्ताह गुजरात के राजकोट में 50 से 60 हजार बोरी की आवक पर नंबर-39 किस्म 4750-4900 रुपये, एवरेज 4250-4500, जी-20 किस्म बेस्ट 5350-5450, मीडियम 5200-5300, एवरेज 5100-5200 रुपये के मूल्य पर व्यापार हुआ। गोंडल, राजकोट, जूनागढ लाईन में मूंगफली दाना मुंद्रा डिलेवरी बोल्ड 50/60 काउंट 7650 रुपये, 50/55 काउंट 7750 रुये, 40/50 काउंट 7850 रुपये, 38/42 काउंट 8150 रुपये तथा मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश का नया टीजे किस्म लोकल में 80/90 काउंट 7350-7400 रुपये, 50/60 काउंट 7750-7800 रुपयेे के मूल्य पर व्यापार हुआ। कर्नाटक मंडियों में सप्ताहिक लगभग 20 से 25 हजार बोरी की आवक पर 5500-6790, कदिरी लेपाक्षी 4500-5000 रुपये तथा चेल्लाकेरे 80-90 काउंट 9500 रुपये, 60-70 काउंट 10,400 रुपये, 60-65 काउंट 10,600 रुपये, 90-100 काउंट 9200, कल्याणी 7200 रुपये के मूल्य पर व्यापार हुआ। तमिलनाडु के कोडुमुड़ी, शिवगिरी, बोतपाड़ी, तिरुकोविलुर, विरुधाचलम्, अंतियूर और आस-पास के लाईन में पिछले एक सप्ताह में लगभग 5 से 6 हजार बोरी नये माल की आवक पर 6300-7300 रुपये के मूल्य पर क्वालिटी के अनुसार व्यापार हो रहा है।
Updated On: April 7, 2025, 6:27 amमसूर में मजबूती का रुख मुंबई : अमेरिकी कृषि विभाग (यूएसडीए) के अनुसार वर्तमान वर्ष अमेरिका में मसूर की बुवाई एक वर्ष पूर्व के मुकाबले 18 प्रतिशत बढकर 11 लाख एकड़ में होने का अनुमान है तथा विभाग के अनुसार भारत में मसूर आयात को बढावा मिल सकता है, लेकिन ट्रंप के टैरिफ नीति से वैश्विक स्तर पर कृषि जिंसों के मूल्यों में उतार-चढाव और भारत में आयात में कमी आने की संभावना से पिछले सप्ताह मसूर के मूल्यों में मजबूती को बल मिला है। मुंबई में कनाडा की मसूर कंटेनर में 50 रुपये बढकर 6250 रुपये, मुंद्रा बंदरगाह पर 6000 रुपये के मूल्य पर होने से कानपुर में उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश की मसूर 75 रुपये बढकर 6500 रुपये के मूल्य पर हुआ। महोबा में 500-600 बोरी की आवक पर 5800-6000 रुपये, बरेली में मोटी 6575-6600 रुपये, बारीक 6900-6950 रुपये, बहराईच में 7150-7200 रुपये तथा ललितपुर में मोटी 6050-6150 रुपये, बारीक 6200-6300 रुपये, राट तथा ओरई में 5800-6000, मध्य प्रदेश के पिपरिया उज्जैन, जबलपुर, बीनागंज, जावरा लाइनों में 10-15 हजार बोरी की आवक पर 6000-6350 रुपये के मूल्य पर व्यापार हुआ।
Updated On: April 7, 2025, 6:25 amग्रीष्मकालीन मूंग उत्पादन में वृद्धि? मुंबई : जानकार सूत्रो के अनुसार गुजरात, मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश, पंजाब एवं हरियाणा में इस वर्ष ग्रीष्मकालीन मूंग बुवाई में वृद्धि के संकेत मिल रहे है, इसके अतिरीक्त महाराष्ट्र मे ंबारीक मूंग का उत्पादन प्रति वर्ष बढ़ रहा है तथा मई से अगस्त तक सप्लाई जारी रहने की संभावना से दाल मिलर्स आवश्यकता के अनुसार खरीदी कर रहे है, क्योंकि राजस्थान के स्टॉकिस्टो का माल भी बाहर निकल रहा है एवं जुलाई मध्य से कर्नाटक मे और अगस्त मध्य से महाराष्ट्र, तेलंगाना में नये खरीफ सीजन के माल की आवक प्रारंभ होती है। गुजरात के कृषि विभाग के सूत्रों के अनुसार राज्य में वर्तमान ग्रीष्मकालीन सीजन के लिए 1 अप्रैल तक मूंग की बुवाई पिछले वर्ष के इसी समान अवधि के 41 हजार 493 हेक्टर के मुकाबले बढकर 53 हजार 264 हेक्टर पर हुई है, जबकि तेलंगाना के कृषि विभाग के अनुसार राज्य में रबी सीजन के लिये मूंग की बुवाई पिछले वर्ष के 17 हजार 233 एकड़ के मुकाबले घटकर 12 हजार 449 एकड़ पर हुई है। आंध्र के पुन्नुर लाइन का मूंग चेन्नई डिलेवरी नया बारीक 7600-7700 रुपये तथा राजस्थान के नागोर में दैनिक 4-5 हजार बोरी एवं किशनगढ मेड़ता, जोधपुर, सुमेरपुर लाईनों में 6-7 हजार बोरी खरीफ सीजन के मूंग की आवक पर 6500-7550 एवं मूंग मोगर 9900-9950 रुपये एवं मोठ 4200-4800 रुपये के मूल्य पर क्वालिटी के अनुसार व्यापार हुआ। गुजरात के दाहोद में मूंग 6500-7000 रुपये, राजकोट में 7000-7700 रुपये तथा मोठ 4000-5500 रुपये, तथा मध्य प्रदेश के जबलपुर, पिपरिया में मूंग 5000-7700 रुपये, इंदौर में 7500-8100 रुपये तथा महाराष्ट्र के अहमदनगर में 6000-8000 और कर्नाटक लाइन की मूंग दाल बंगलुरु डिलेवरी 10300-10500 रुपये एवं राजस्थान की 9600-9900 रुपये के मूल्य पर व्यापार हुआ।
Updated On: April 7, 2025, 6:24 amआयातित तुवर कमजोर मुंबई : निर्यातकों द्वारा लेमन का मूल्य 20 डालर बढकर 825 डॉलर प्रति टन सीएण्डएफ प्रस्तावित किये जाने के बावजूद भारतीय बाजारो में दाल के लिए मांग कमजोर पड़ने के साथ तुवर सप्लाई में वृद्धि से मुंबई में लेमन 100 रुपये घटकर 6950, मटवारा 6800 मोजांबिक की गज्जर 6850 तथा चेन्नई में लेमन 6950-6975 रुपये, दिल्ली में 7375-7400 रुपये के मूल्य पर व्यापार हुआ। म्यानमार, तंजानिया, केनिया में उत्पादन बढ़ने का अनुमान है, जिससे पिछले सप्ताह आयातित और घरेलू तुवर की तेजी को ब्रेक लग गया है। महाराष्ट्र लाइन की तुवर चेन्नई डिलेवरी 7900-8000 रुपये, गुजरात की बीडीएन 2 किस्म 8050-8100 रुपये, कटनी डिलेवरी 7750-7850 रुपये, फटका 11000-11100 रुपये, रायपुर डिलेवरी तुवर 7700 रुपये तथा कर्नाटक लाईन की लाल तुवर विरुधनगर, टुटोकिरन लाईन डिलेवरी 7700 रुपये, सफेद 8000 रुपये के मूल्य पर व्यापार हुआ। महाराष्ट्र के सोलापुर में प्रतिदिन 60 से से 65 मोटर की आवक पर मारूती 6500-6950, गुलाबी 6500-7400 रुपये तथा अकोला में प्रतिदिन 6-7 हजार बोरी की आवक पर 7800 रुपये, नागपुर में 7700 रुपये और कर्नाटक के कलबुर्गी, रायचुर, गदग, तालीकोटी, भालकी और आसपास की मंडियो में 7000-7600 रुपये एवं दाहोद में लाल 5800-6000 रुपये तथा सफेद 6000-6100 रुपये , राजकोट में बढिया 7000 -7500 रुपये के मूल्य पर व्यापार हुआ। पिछले सप्ताह लातुर में फटका दाल 11,000-11,200, सव्वा नं दाल 9600-9800 रुपये , अकोला में फटका 10400-11600, सव्वा नंबर 9400-10100, कलबुर्गी, लाइन का सॉर्टेक्स तुवर दाल बैंगलुरु के लिये 10600-11100 रुपये, नॉन सॉर्टेक्स 10000-10100, महाराष्ट्र का माल 10800-11400 रुपये के मूल्य पर व्यापार हुआ।
Updated On: April 7, 2025, 6:23 am